मथुरा कांड की न्यायिक या सीबीआई जांच हो: मायावती

लखनऊ : बसपा मुखिया मायावती ने आज केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इन्हें हर मोर्चे पर विफल करार दिया और वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को सबसे आगे बताते हुए कहा कि सपा और भाजपा तो दूसरे और तीसरे स्थान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2016 1:30 PM

लखनऊ : बसपा मुखिया मायावती ने आज केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इन्हें हर मोर्चे पर विफल करार दिया और वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को सबसे आगे बताते हुए कहा कि सपा और भाजपा तो दूसरे और तीसरे स्थान के लिए लड़ेंगे.

बसपा मुखिया ने नरेंद्र मोदी सरकार को ‘हवाई बयानबाजी और जुमलेबाजी’ करने वाले लोगों की सरकार करार देते हुए कहा कि राजग सरकार तथा इससे पहले सत्ता में रही कांग्रेसनीत यूपीए सरकार में कोई फर्क नहीं है. दोनों एक ही खोटे सिक्के के दो पहलू हैं.

प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी की सरकार को कानून एवं व्यवस्था के मोर्चे पर बुरी तरह विफल करार देते हुए मायावती ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मथुरा कांड को गंभीरता से नहीं ले रहे, जिससे लगता है कि दाल में काला है. इस मामले की न्यायिक और सीबीआई जांच होनी चाहिए.

मोदी सरकार पर अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए दो वर्ष पूरे होने के उपलब्ध में सरकारी खर्च पर समारोह करने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि असम में मिली जीत से कथित संजीवनी पाकर हर्षित दिख रही भाजपा को यह पता होना चाहिए कि उत्तर प्रदेश के राजनीतिक समीकरण अलग हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली और बिहार में हारने के बाद असम में मिली जीत से भाजपा बहुत खुश लगती है .. उसे यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वहीं जीत रही है, जहां उसका सीधा मुकाबला कांग्रेस से है.” मायावती ने भाजपा पर वोट पाने के लिए दलितों को लुभाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए वाराणसी में हाल ही में दलितों के साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भोजन करने का जिक्र किया और कहा कि वह नाटकबाजी करके वोट पाना चाहती है .. मगर ऐसा होने वाला नहीं है.

पूर्व की सरकारों में बड़ी संख्या में स्मारक और पार्क बनाने के लिए सरकारी खजाना खर्च करने के लिए आलोचना का शिकार रही मायावती ने एक बार फिर दोहराया कि अब की बार सत्ता में आने पर वे पार्क और स्मारक बनाने की बजाय पूरा ध्यान विकास कार्यों पर देंगी.

उन्होंने कहा कि पहले से ही सपा के जंगलराज और भ्रष्टाचार से परेशान उत्तर प्रदेश के लोगों को केंद्र में सत्तारुढ भाजपा सरकार की उदासीनता व उपेक्षापूर्व रवैये से दोहरी मार झेलनी पड़ी. यह दोनों पार्टियां भी खोटे सिक्के के दो पहलू हैं और प्रदेश की जनता इनसे मुक्ति चाहती है.

मायावती ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में सपा भाजपा दूसरे और तीसरे नंबर के लिए लड़ रहे हैं.

बसपा मुखिया ने यह भी कहा कि सपा और भाजपा आपस में मिलकर चुनावी लाभ के लिए सांप्रदायिक माहौल बिगाडने की साजिश कर सकती है, मगर जनता अब उन्हें जानने लगी है और अब उनके इरादे कामयाब नहीं होने पायेंगे.

बसपा मुखिया ने भाजपा सरकार पर आरएसएस से जुडे कथित कट्टरवादी संगठनों के तुष्टिकरण का आरोप लगाया और कहा कि इसने समाज के हर तबके के साथ धोखा किया है. इसकी तमाम योजनाएं पूंजीपतियों और धन्नासेठों को फायदा पहुंचाने के लिए केन्द्रित हैं.

मायावती ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार अच्छे दिन लाने के वादे पर पूरी तरह फेल हो गयी है और अधिकांश मामलों में इसके दो वर्ष का कार्यकाल वादाखिलाफी का ही रहा है.

दलित मतदाताओं में अपनी पैठ बढाने में लगी भाजपा पर प्रहार करते हुए उन्होंने डा. भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर मोदी सरकार के समारोहों को दिखावा बताते हुए कहा कि भाजपा दो तीन स्थानों पर स्मारक बनवाकर वोट पाना चाहती है.

उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के विकास के मामले में मोदी सरकार केवल बडी-बडी बातें कर रही है, जिसकी भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने ‘अंधो में काना राजा’ कहकर सरकार की पोल खेाल दी है.

मायावती ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक पर भी हमला किया और कहा कि वे मुख्यमंत्री की तरह जिले-जिले का दौरा कर रहे हैं और अब पूरी तरह से भाजपा के प्रचार में जुट गये लगते है. उन्होंने कहा कि बजरंग दल के हथियार प्रशिक्षण कार्यक्रम को उचित बताकर राज्यपाल ने यह साबित कर दिया है कि उनका व्यवहार राजनीति से प्रेरित है.

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