लखनऊ : मथुरा की हिंसा तो दबा दी गई है लेकिन मामले में बयानबाजी का दौर समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है. ललितपुर में अल्प प्रवास के दौरान पहुंचे शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मथुरा की हिंसा पर एक ऐसा बयान दे दिया जिसपर राजनीतिक तूफान खड़ा हो सकता है. उन्होंने मथुराकांड को शासन की विफलता करार दिया और कहा कि यादव-यादव के चक्कर में इस हिंसा को हवा मिली.
शंकराचार्य ने मथुरा में हुई घटना का ठीकरा सूबे की अखिलेश सरकार के सिर फोड़ा है. उन्होंने कहा कि इस हिंसा को बढावा जातिवाद के चलते मिली. यादव वहां अवैध कब्जा करने वाला था और उत्तर प्रदेश में शासन भी यादवों का ही है. शंकराचार्य़ ने कहा कि असल में यही कारण है जिसके कारण निर्दोष लोग मारे गये.
आपको बता दें कि इससे पहले भी मथुरा हिंसा को लेकर राज्य सरकार पर हमले हो चुके हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले दिनों कानपुर में एक सभा के दौरान कहा था कि सपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजाक बना दिया है. शाह ने शिवपाल पर सचिवालय में बैठकर हिंसा को बढावा देने का अरोप लगाते हुए कहा कि अगर सपा सरकार में थोड़ी भी शर्म बची है तो शिवपाल से तुरंत इस्तीफा ले लेना चाहिए.
इधर केंद्रीय राज्यमंत्री एवं भाजपा की नेता साध्वी निरंजना ज्योति रविवार को मथुरा पहुंची. यहां उन्होंने शहीद एसपी के परिवार से मुलाकात की और संवेदना प्रकट की. परिवार से मुलाकात करने के बाद साध्वी ने मथुरा के मामले के पीछे प्रदेश के लोक निर्माण विभाग एवं सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह का हाथ होने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की.