अलीगढ़ : अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पिछले अप्रैल में भडकी हिंसा में दो लोगों की मौत के बाद परिसर के छात्रावासों को अराजक तत्वों से मुक्त करने के लिये चलाये गये अभियान के तहत 11 छात्रों को निष्कासित और 17 अन्य को निलम्बित कर दिया गया है. एएमयू के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावासों से अराजक तत्वों को बाहर निकालने के लिये चलाये गये अभियान के तहत कल कुल 28 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गयी. उनमें से 11 को निष्कासित और 17 को निलम्बित कर दिया गया है.
23 अप्रैल को हुई थी घटना
विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर मुहम्मद मोहसिन खां द्वारा जारी एक प्रपत्र के मुताबिक गत 23 अप्रैल को एएमयू परिसर में हुई गोलीबारी और आगजनी में एक पूर्व छात्र समेत दो लोगों के मारे जाने की घटना की वीडियो फुटेज की जांच में पाया गया है कि जिन 28 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है, वे सभी घोर अनुशासनहीनतापूर्ण गतिविधियों में शामिल थे.
दो गुटों के बीच हुआ था हिंसक संघर्ष
मालूम हो कि मुमताज छात्रावास के एक छात्र पर हमला करके उसका कमरा जलाये जाने को लेकर 23 और 24 अप्रैल की मध्यरात्रि को दो छात्र गुटों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था. इस दौरान प्रॉक्टर कार्यालय के पास दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एएमयू के एक पूर्व छात्र महताब :28: की मौत हो गयी थी. इसके अलावा एएमयू में दाखिला लेने के लिये परीक्षा की तैयारी कर रहे मोहम्मद वाकिफ :20: नामक युवक ने इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया था.
अभी और अवांछित तत्वों निकालने का प्लान
एएमयू के कुलपति जमीरुद्दीन शाह ने इस वारदात छात्रों के दो गुटों की आपसी रंजिश का नतीजा बताते हुए कहा था कि इस हिंसा में शामिल ज्यादातर लोग या तो पूर्व छात्र अथवा निष्कासित छात्र थे. एएमयू के विभिन्न छात्रावासों में रैपिड एक्शन फोर्स और स्थानीय पुलिस की मदद से छापा मारकर अवांछित तत्वों को बाहर निकाला जायेगा.