कानपुर : गंगा नदी के किनारे बने गंगा बैराज पर पिकनिक मनाने गये सात दोस्तों के डूबने के बाद अब जिला प्रशासन नींद से जागा है और उसने कहा है कि जो लोग गंगा बैराज पर बने स्लोप से नीचे उतरेंगे उनके खिलाफ अब पुलिस कार्रवाई करेगी. इसके साथ ही प्रशासन सिंचाई विभाग की मदद से गंगा बैराज पर आठ से दस फुट ऊंचे अवरोधक भी बनायेगा ताकि लोग फोटो खींचने के लिए नीच न उतर सकें.
सेल्फी के चक्कर ने ली जान
गौरतलब है कि कल गंगा नदी में सेल्फी लेने के चक्कर में एक युवक डूब गया और उसेे बचाने के लिये एक एक करके सात युवक गये और वे भी गंगा में डूब गये. उनके शवों को पुलिस के गोताखोरो ने कड़ी मशक्कत के बाद निकाला. सितंबर 2015 से अब तक गंगा नदी के किनारे गंगा बैराज पर पिकनिक मनाने आये 24 लोग गंगा में डूब चुके हैं और इनमें से अधिक संख्या युवकों की है. गंगा बैराज गंगा नदी पर बना एक पुल है और यहां से नीचे गंगा का दृश्य देखने में बहुत अच्छा लगता है. इस लिये मौसम अच्छा होने पर लोग अक्सर गंगा बैराज पर पिकनिक मनाने चले जाते है. इस बैराज के किनारे ढलान बने हुए हैं जहां लोग गंगा नदी के साथ फोटो खिंचवाने का मोह नही छोड़ पाते है और बरसात के अक्सर किनारे पर हुई फिसलन पर फिसल कर गंगा नदी में डूब जाते है.
गोताखोरो की संख्या बढ़ेगी
जिला प्रशासन के अनुसार गंगा बैराज पर जल्द ही अवरोधक लगाये जायेंगे. नदी के किनारे पुलिसकर्मियों की तैनाती की जायेगी ताकि गंगा किनारे जाने से युवक युवतियों को रोका जा सकें. जो लोग इसके बावजूद भी गंगा किनारे फोटो खिंचवाने या खींचने जायेंगे उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेंगी. गंगा बैराज पर गोता खोरों की संख्या बढ़ाई जायेंगी. प्रशासन ने कल गंगा में सात युवकों के डूबने की घटना की जांच के आदेश भी दिये है.