लखनऊ : उत्तरप्रदेश में बसपा का साथ छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को सपा व भाजपा पर जमकर हमला बोला है. मौर्य ने सपा और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों पार्टियां उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिकता फैलाना चाहती हैं. उन्होंने सपा को गुंडों व माफियाओं वाली पार्टी करार दिया है.
गौर हो कि पहले ये कयास लगाया जा रहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में जा सकते हैं, लेकिन अब ऐसा नहींलग रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने किसी भी दल में शामिल होने से पहले अपने कार्यकर्ताओं के रुख को भांपने का निर्णय लिया है. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक इस संबंध में उन्होंने एक जुलाई को कार्यकर्ताओं की पंचायत बुलायी है, जिसमें कार्यकर्ताओं का रुख देखने के बाद स्वामी किसी भी दल में शामिल होने का निर्णय करेंगे.
उल्लेखनीय है कि बसपा छोड़ने के पहले स्वामी प्रसाद मौर्य पार्टी सुप्रीमो मायावती के खास सिपहसालारों में शुमार किये जाते थे. मायावती सरकार में वे मंत्री भी रह चुके है और पार्टी छोड़ने से पहलेमौर्य यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे. बताया जाता है कि विधानसभा चुनाव में बसपा की हार के बाद से ही मायावती के साथ उनके संबंधों में खटास आती गयी. चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद मायावती ने उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था और उनकी जगह रामअचल राजभर को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था.