लखनऊ : विधानसभा चुनाव के कुछ ही माह पूर्व उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कैबिनेट का आज सातवां विस्तार किया. अखिलेश ने अपने कैबिनेट में आज पांच सदस्यों को शामिल किया और जिस तरह के चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया गय है, उससे स्पष्ट होता है कि अखिलेश ने चुनावी मौसम में विभिन्न पक्षों के बीच संतुलन साधने की कोशिश की है. हाल ही में मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में विलय के कोपभाजन बने बलराम यादव को अखिलेश ने फिर से अपने कैबिनेट में जगह दी है.
इनके अलावा नारद राय, जियाउद्दीन रिजवी, रविदास मेहरोत्रा व शारदा प्रसाद शुक्ल को भी मंत्रिपरिषद में जगह दी गयी है. अखिलेश ने अपने कैबिनेट से आज एक मंत्री मनोज पांडेय को निष्कासित भी किया है. अखिलेश यादव के कैबिनेट विस्तार के कार्यक्रम में उनके चाचा व राज्य सरकार के ताकतवर मंत्री शिवपाल यादव नहीं पहुंचे. उनके नहीं पहुंचने को कौमी एकता दल के विलय के मुद्दे पर चाचा-भतीजे के बीच मतभेद से जोड़ कर देखा जा रहा है. हालांकि शिवपाल यादव ने इन चर्चाओं को ठंडा करने के लिए अखिलेश यादव से फोन पर बात की है.कैबिनेट विस्तार में आजम खान भी नहीं पहुंचे हैं. माना जाता है कि आजम खान अमर सिंह की सपा में वापसी से नाराज हैं.
हालांकि इन सब के बीच सपा महासचिव प्रो रामगोपाल यादव ने कहा है कि पार्टी में सबकुछ ठीक है. उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव कहीं बाहर होने के कारण नहीं आ सके. उन्होंने मीडिया से उल्टे सवाल उठाया कि क्या मैं अमेरिका में रहता हो आ जाता?