यूपी के प्रदेश भाजपा नेताओं का केजरीवाल पर बड़ा हमला

रामपुर : उत्तर प्रदेश भाजपा के दो नेताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आज निशाना साधा जिन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर केंद्र सरकार के राज्य सरकार के साथ संबंध को भारत-पाकिस्तान स्थिति की तरह तब्दील करने का आरोप लगाया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भाजपा इकाई के महासचिव सूर्य प्रकाश पाल और पार्टी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2016 7:31 PM

रामपुर : उत्तर प्रदेश भाजपा के दो नेताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आज निशाना साधा जिन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर केंद्र सरकार के राज्य सरकार के साथ संबंध को भारत-पाकिस्तान स्थिति की तरह तब्दील करने का आरोप लगाया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भाजपा इकाई के महासचिव सूर्य प्रकाश पाल और पार्टी की युवा इकाई के महासचिव अवधेश शर्मा ने कहा कि केजरीवाल ने जो भी कहा है उसने उन्हें वास्तव में शत्रु देश के प्रमुख की श्रेणी में डाल दिया है.

भारत-पाकिस्तान से की तुलना

आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कल ‘टाक टू एके’ के पहले संस्करण में कहा था कि यदि केंद्र ने बाधाएं नहीं खडी की होती और यदि उन्होंने इसे भारत- पाकिस्तान के बीच जैसी स्थिति नहीं बनायी होती तो उनकी सरकार ने 17 महीने में जो हासिल किया है उससे चार गुणा अधिक हासिल किया होता. उन्होंने कहा कि केजरीवाल केंद्र सरकार के प्रशंसनीय कार्यों पर एक आंख मूंदे रखते हैं जबकि केंद्र सरकार को अपना दुश्मन दिखाने के लिए दूसरी खुली आंख से कुछ बिंदु निकालते हैं.

जनता को केजरीवाल ने दिया धोखा

दोनों ने कहा कि पाकिस्तान भारत को अस्थिर करने के लिए षड्यंत्र रचता है जबकि केेजरीवाल भाजपा को कमजोर करने के प्रयास करते हैं. केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि केंद्र दिल्ली की आप सरकार को तोड़ने का प्रयास कर रहा है और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सीबीआई चला रहे हैं. उन्होंने कहाकि यद्यपि सभी के दिन आते हैं और यह सभी जल्द ही समाप्त होगा.

केजरीवाल पर जमकर साधा निशाना

भाजपा नेताओं ने कहा कि ये टिप्पणीस्पष्ट रूप से यह प्रभाव देती है कि केजरीवाल ने अपना मानसिक संतुलन और व्यवहार में शालीनता खो दी है. उन्होंने केजरीवाल से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि उन्होंने अधिकतर स्वयं के प्रचार केे लिए विज्ञापन पर सैकडों करोड़ रुपये अपनी जेब से खर्च किये या पार्टी के कोष से? उन्होंने दिल्ली सरकार के कदमों जैसे समविषम योजना और मुफ्त वाईफाई मुहैया कराने के उसके वादे को अपनी सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए एक धोखा करार दिया. दोनों ने दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे के लिए ओपिनियन पोल कराने के उनके वादे का उल्लेख करते हुए कहा कि केजरीवाल को यह याद रखना चाहिए कि दिल्ली एक अंतरराष्ट्रीय शहर है इसलिए संवेदनशील मुद्दों को राज्य को नहीं सौंपा जा सकता.

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