यूपी में जहरीली शराब से अब तक 37 मरे : मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के एटा तथा फर्रखाबाद जिलों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढकर 37 हो गयी है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी करके चार हफ्ते में जवाब मांगा है. पुलिस महानिरीक्षक हरेराम शर्मा ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2016 8:57 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के एटा तथा फर्रखाबाद जिलों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढकर 37 हो गयी है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी करके चार हफ्ते में जवाब मांगा है. पुलिस महानिरीक्षक हरेराम शर्मा ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि एटा और फर्रखाबाद में दो-दो और मौतों के साथ जहरीली शराब काण्ड में मरने वालों की संख्या बढकर 37 हो गयी है.

मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

इस बीच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के एक बयान के मुताबिक उसने पिछले हफ्ते एटा के अलीगंज क्षेत्र में बेची गयी जहरीली शराब पीने से 37 लोगों की मौत के मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा है कि इस मामले में पुलिस तथा आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों के निलंबन से यह जाहिर होता है कि सरकारी मशीनरी की लापरवाही की वजह से इतना बड़ा हादसा पेश आया. आयोग ने इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव दीपक सिंघल और पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को नोटिस जारी करके जवाब देने के लिये उन्हें चार हफ्ते का समय दिया है.

शराब से मौत पर आयोग ने लिया संज्ञान

आयोग का कहना है कि मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एटा और फर्रुखाबाद में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत के बाद बरेली, बिजनौर, कानपुर देहात, इलाहाबाद, मउ, कुशीनगर और सोनभद्र जिलों में अनेक स्थानों पर मारे गये छापों में बडे पैमाने पर अवैध रूप से बनायी गयी शराब और उसके बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद की गयी है. मालूम हो कि एटा जिले के अलीगंज थाने के लुहारी दरवाजा मुहल्ले और उसके पास के लौखेडा गांव में पिछले हफ्ते शुक्रवार की रात जहरीली शराब पीने से अनेक लोग बीमार हो गये थे और उनमें से 14 लोगों की कुछ ही देर बाद मौत हो गयी थी। फर्रखाबाद के कुछ लोगों ने यहां से खरीदी गयी शराब ले जाकर पी थी.

कई अधिकारी हो चुके हैं निलंबित

इस मामले में अलीगंज थाने में प्रभारी मुकेश कुमार सहित कुल सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एटा के जिला आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक एवं आबकारी सिपाही को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. जहरीली शराब पीने से बीमार हुए 25 से अधिक लोगों का एटा और सैफई के अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है. इस बीच, पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद के निर्देश पर प्रदेश में अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है जिसके तहत 1585 मुकदमे दर्ज करके 1621 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुहिम के दौरान अवैध रूप से बनायी गयी 36121 लीटर शराब जब्त की गयी है.

Next Article

Exit mobile version