यूपी चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी का नया प्लान, बनायी फीडबैक रणनीत
लखनऊ:प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के यूपी के गोरखपुरके दौरे के बाद अब दूसरी पार्टियों के बड़े नेता भी चुनाव मैदान में आकर दो-दो हाथ करने की फिराक में हैं. इसी क्रम में यूपी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर की नियुक्ति और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के […]
लखनऊ:प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के यूपी के गोरखपुरके दौरे के बाद अब दूसरी पार्टियों के बड़े नेता भी चुनाव मैदान में आकर दो-दो हाथ करने की फिराक में हैं. इसी क्रम में यूपी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर की नियुक्ति और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी 29 जुलाई को राज्य के पहले दौरे पर आयेंगे.
राहुल के सामने होंगी चुनौतियां
राहुल का उत्तर प्रदेश दौरा पार्टी की रणनीति के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण होगा लेकिन राहुल गांधी के लिये चुनौतियां बरकरार है. पार्टी के अंदरखाने शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद सबकुछ ठीक चल रहा है इस बात का पता करना भी राहुल के लिये चुनौती होगी. बीजेपी ने जिस प्रकार अपने बुथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को अलर्ट किया है. उस तरह अभी कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने अपनी पार्टी के अंदर यह कवायद नहीं की है. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि पार्टी के कई वफादार और पुराने नेता राहुल गांधी के यूपी आने का इंतजार कर रहे हैं. ताकि उन्हें वर्तमान परिस्थितियों से अवगत करायें. राहुल गांधी को उन सभी नेताओं की समस्याओं को ध्यान से सुनना होगा.
कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मिलेंगे राहुल
राहुल के दौरे को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया है कि इस दौरे पर राहुल पार्टी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ एक एक करके बातचीत करेंगे और अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी संगठन के बारे में जानकारी लेंगे. प्रवक्ता ने यह भी बताया कि बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों से राहुल की बातचीत का यह कार्यक्रम रमाबाई मैदान पर होगा और इसके लिए कार्यकर्ताओं को अपना पंजीकरण कराना पड़ेगा.
पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ताओं पर विशेष ध्यान
यूपी कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन कार्यकर्ताओं पर अपनी निगाहें केंद्रीत कर दी हैं जो पार्टी के अंदर सक्रिय हैं और तेज तर्रार माने जाते हैं. राज बब्बर ने इस बार ऐसे कार्यकर्ताओं को कुछ अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपने जा रहे हैं. राज बब्बर ने उन चर्चाओं पर भी विराम लगा दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि प्रदेश में पार्टी कार्यकारिणी में बदलाव किये जायेंगे. कहा जा रहा है कि ऐन चुनाव के वक्त बदलाव करने से पार्टी के अंदर विरोध के स्वर पनप सकते हैं. अभी राज बब्बर पुरानी टीम के साथ ही काम करते रहेंगे.