अभद्र टिप्पणी मामले को लेकर सियासत तेज, होने लगी नफा नुकसान की बात

लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की मां की तरफ से पार्टी नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे में लगाये गये आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ सिंह की अभद्र टिप्पणी से जनता का ध्यान हटाने के लिए भाजपा की चाल है. इतना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2016 9:09 PM

लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की मां की तरफ से पार्टी नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे में लगाये गये आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ सिंह की अभद्र टिप्पणी से जनता का ध्यान हटाने के लिए भाजपा की चाल है. इतना ही नहीं बसपा नेताओं की माने तो यह मुद्दा अब चुनावी नफा नुकसान में बदल गया है. मुद्दे ने अब सियासी रंग रूप धारण कर लिया है. बसपा नेता कहते हैं कि प्राथमिकी दर्ज कराने से भाजपा की चाल कामयाब नहीं होगी.

बसपा ने किया आरोपों को खारिज

बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के लिए सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कल राजधानी में हुए प्रदर्शन में की गयी कथित अभद्र टिप्पणियों के खिलाफ आज हजरतगंज कोतवाली में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने संवाददताओं से बातचीत में आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उधर बीजेपी इस मसले पर अभी कुछ भी सामने आकर नहीं बोल रही है. लेकिन फिलहाल मामला उल्टा पड़ता दिख रहा है.

भाजपा को नहीं होगा फायदा-बसपा

नसीमुद्दीन ने कहा कि बसपा नेताओं के खिलाफ लगाये गये आरोप सही नहीं है और यह बसपा मुखिया के खिलाफ सिंह की अभद्र टिप्पणी से जनता का ध्यान हटाने के लिए भाजपा की चाल है, मगर इससे भाजपा को कोई फायदा होने वाला नहीं है. बसपा के प्रदर्शन में कथित तौर पर सिंह के बहन बेटी को पेश करने की मांग किये जाने के बारे में सवाल होने पर सिद्दीकी ने कहा कि इसका गलत अर्थ निकाला गया है. हम चाहते थे कि उनकी बहन बेटी लोगों के सामने आकर बताये कि सिंह ने बसपा मुखिया मायावती के बारे में जो कहा है क्या वे उसे उचित मानती हैं. उन्होंने प्रदर्शन के दौरान सिंह को ‘कुत्ता’ कहे जाने का बचाव करते हुए कहा कि सिंह ने बसपा मुखिया के खिलाफ जिस भाषा का प्रयोग किया वह इंसान नहीं केवल एक जानवर ही कर सकता है.

दलित उत्पीड़न से ध्यान हटाने की साजिश

सिद्दीकी से जब यह पूछा गया टिप्पणी पर क्या खेद व्यक्त करेंगे, उन्होंने कहा कि हमारी मंशा गलत नहीं थी, इसलिए खेद प्रकट करने की कोई जरूरत नहीं समझते. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पहले भाजपा ने एक साजिश के तहत गुजरात के उना में दलितों के उत्पीड़न से उपजे आक्रोश से लोगों का ध्यान हटाने के लिए सिंह से बसपा मुखिया के खिलाफ अभद्र बयान दिलवाया और जब मामला उसके खिलाफ जाने लगा तो उनकी पत्नी और परिवार को आगे करके मामले को नया मोड़ देने की कोशिश की है.

विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा-बसपा

बसपा नेता ने कहा कि पार्टी ने सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कल हुआ प्रदर्शन जिला प्रशासन के इस आश्वासन पर समाप्त किया गया था कि 36 घंटे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन यह वादा पूरा नहीं करता तो बसपा कार्यकर्ता चुप बैठने वाले नहीं है और 25 जुलाई से लखनऊ को छोड़कर सभी मण्डल मुख्यालयों पर इस मांग को लेकर धरना, प्रदर्शन किया जायेगा और उसके बाद भावी रणनीति तय की जायेगी.

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