लखनऊ : बसपा प्रमुख ने मायावती ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, दयाशंकर सिंह को समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के मिलीभगत के कारण ही अबतक उसे पकड़ा नहीं गया . उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंसम में अपने नेताओं का बचाव किया. इतना ही नहीं उन्होंने कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए आश्वासन दिया कि उन्हें जल्द इंसाफ मिलेगा.
मायावती ने कहा, बसपा ने दयाशंकर की गिरफ्तारी को लेकर जो समय दिया था वो अब खत्म हो गया. इसके लिए हम विरोध प्रदर्शन करने वाले थे लेकिन अब हमें नहीं लगता को उसे गिरफ्तार किया जायेगा. अब हम सपा और भाजपा की मिलीभगत का खुलासा करेगी. इसकी शुरूआत 21 अगस्त को आगरा से महारैली के रूप में की जायेगी.
इस मामले में हमारी पार्टी के लोगों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज किया गया है. पीड़ित लोगों को और प्रताड़ित किया जा रहा है. जिस तरह से एक दलित की बेटी के साथ अभद्र शब्द का इस्तेमाल किया हुआ उस पर सपा का रवैया साफ दिखाता है कि कानून के प्रति इनका नजरिया क्या है.
मायवाती ने कहा, जिस तरह से सपा और भाजपा दोनों मिलकर काम कर रहे हैं भविष्य में इनके साथ आने का अनुमान लगाया जा सकता है. इनकी कोशिश है कि बसपा को पूर्ण बहुमत से आने से रोका जा सके. राज्य सरकार अपनी नाकामियां छुपाने के लिए इसे राजनीतिक रंग दे रही है यही कारण है कि दयाशंकर के परिवार वालों को आगे किया गया है.
मायावती ने कहा, इस तरह की कार्रवाई से सपा और भाजपा का दलित विरोधी चेहरा सामने आया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में कई शिलान्यास किये लेकिन इन दो सालों में अबतक कोई खास काम नहीं हुआ. एम्स और खाद का कारखाना उन्हें तब याद आ रहा है जब यूपी में चुनाव होने हैं.