लखनऊ : भाजपा महिला मोर्चा ने पार्टी से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिला सदस्यों खासकर उनकी बेटी के बारे में अपशब्दों का प्रयोग करने वाले बसपा नेताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज राजधानी में विरोध मार्च निकाला. भाजपा महिला मोर्चा की सदस्यों ने परिवर्तन चौक से ‘बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में’ नारा लगाते हुए राजभवन की तरफ मार्च किया, मगर उन्हें पुलिस ने थोडी ही दूर पर जिलाधिकारी आवास के सामने आगे बढने से रोक दिया.
बसपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस कार्यवाही की निन्दा करते हुए कहा कि सपा सरकार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. मौर्य ने कहा कि बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी के नेतृृत्व में उसके कार्यकर्ताओं ने सिंह के परिवार और खासकर बेटी के खिलाफ जिस भाषा का इस्तेमाल किया, भाजपा उसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में सिंह की मां की तरफ से मुकदमा दर्ज कराये जाने के बावजूद बसपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही है. मौर्य ने यह भी कहा कि पुलिस ने भाजपा महिला मोर्चे की कार्यकर्ताओं को लेकर आ रही बसों को रोक कर प्रदर्शन को नाकाम करने की कोशिश की, मगर उसकी कोशिशें कामयाब नहीं हो पायी और बडी संख्या में महिलाओं ने प्रदर्शन में भागीदारी की. उन्होंने कहा कि सिद्दीकी समेत सभी दोषी बसपा नेताओं की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए.
राज्यपाल से मिला प्रतिनिधिमंडल
पार्टी की प्रदेश महासचिव अनुपमा जायसवाल के नेतृत्व में महिला मोर्चा के एक प्रतिनिधि मंडल ने बाद में राज्यपाल राम नाईक से भेंट की और सिद्दीकी की गिरफ्तारी की मांग की. इस बीच बसपा मुखिया मायावती ने भाजपा महिला मोर्चे के प्रदर्शन को नाटक बताया और आरोप लगाया कि वह मुख्य विषय से लोगों का ध्यान हटाकर मामले पर राजनीति कर रही है. उन्होंने भाजपा महिला मोर्चा के प्रदर्शन को विफल करार देते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में दलितों और पिछडों के खिलाफ उत्पीडन की घटनाएं बढ़ी हैं.