बुलंदशहर हाइवे गैंगरेपः वारदात के पीछे कुख्यात ”एक्सल गैंग” का हाथ

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में शुक्रवार रात नैशनल हाइवे-91 स्थित बुलंदशहर बाइपास पर कार सवार नोएडा की महिला और उनकी बेटी से गैंगरेप की घटना के बाद से अखिलेश सरकार विपक्ष के निशाने पर है. सूबे की पुलिस ने इस मामले में हालांकि 15 लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2016 2:34 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में शुक्रवार रात नैशनल हाइवे-91 स्थित बुलंदशहर बाइपास पर कार सवार नोएडा की महिला और उनकी बेटी से गैंगरेप की घटना के बाद से अखिलेश सरकार विपक्ष के निशाने पर है. सूबे की पुलिस ने इस मामले में हालांकि 15 लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है. इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.

शुरुआती जांच में पुलिस को जानकारी मिली है कि गिरोह आसपास के ही इलाके का ही है और यह गिरोह पिछले करीब तीन महीनों से लगभग एक ही तरीके से वारदात कर रहा है. बताया जा रहा है कि यह गैंग ‘एक्सल गैंग’ के नाम से इलाके में खौफ बनाये हुए है.

क्या हुआ एनएच-91 पर
यह घटना बुलंदशहर की है जहां अपराधियों ने एनएच-91 पर एक परिवार को बंधक बना लिया और कार में मौजूद मां-बेटी से गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. कार से यह परिवार नोएडा से शाहजहांपुर जा रहा था. खबर है कि परिवार को अपराधियों ने कोतवाली देहात इलाके के पास रोक लिया और हथियारों के बल पर लूटपाट की.


क्या बताया पीडित ने

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि एनएच-91 पर दोस्तपुर गांव के पास अपराधियों ने सड़क पर एक लोहे की रॉड को रख दिया था. जैसे ही कार उसपर चढी हमें लगा कि कार का एक्सेल टूट गया है, इसलिए हमने कार को सड़क किनारे रोक दिया. कार के रुकते ही झाड़ियों से करीब एक दर्जन हथियारबंद अपराधी बाहर निकल आए और परिवार को कार समेत हाईवे से करीब 50 मीटर दूर खेतों में ले गए. अपराधियों ने हमें बंधक बनाकर मौजूद कैश, लाखों रुपये का सामान और महिलाओं के जेवर लूट लिए साथ ही कार में बैठी महिलाओं से सामूहिक दुष्‍कर्म किया.

कोतवाल पर गिरी गाज

एसएसपी ने इस वारदात के बाद ग्रामीण कोतवाल को निलंबित कर दिया है. मामले की जांच जारी है. पुलिस ने मामले में 15 लोगों को हिरासत में ले लिया है जिनसे पूछताछ जारी है. पुलिस को आशंका है कि वारदात को अंजाम देने वाला गैंग घुमंतू आदिवासी जाति का हो सकता है. इस मामले में यूपी एसटीएफ की भी मदद ली जा रही है.

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