UP में हाईवे पर मां-बेटी के साथ दुष्कर्म, पूरा थाना सस्पेंड, मायावती ने मांगा अखिलेश का इस्तीफा
बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश में दिल्ली-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुलंदशहर के पास एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी से हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच, उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार इस मामले के सामने आने के बाद विपक्ष के निशाने पर है. मायावती […]
बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश में दिल्ली-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुलंदशहर के पास एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी से हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच, उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार इस मामले के सामने आने के बाद विपक्ष के निशाने पर है. मायावती ने अखिलेश सरकार पर जमकर हमला बोला है. मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है, अखिलेश यादव को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. मामले पर कार्रवाई करते हुए सरकार ने बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण, सिटी एसपी राममोहन सिंह और सर्किल अफसर (सदर) हिमांशु गौरव सहित थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. अनिस अंसारी को बुलंदशहर का नया एसएसपी बनाया गया है. पुलिस ने कल शाम 15 लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया. जिसमें पीडि़ता के पहचान के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. डीजीपी ने कहा कि बावरिया गिरोह से संबंध रखने वाले पांच आरोपियों की पहचान पीडितों ने की है और सभी दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
क्या है पूरा मामला
पीड़ित परिवार के अनुसार, एनएच-91 पर दोस्तपुर गांव के पास डकैतों ने सड़क पर एक लोहे की रॉड को फेंक दिया था. पीडि़त परिवार को लगा कि कार का एक्सेल टूट गया है, इसलिए कार को सड़क किनारे रोक दिया. तभी झाड़ियों से करीब एक दर्जन हथियारबंद डकैत बाहर निकल आए. ये लोग परिवार को कार समेत हाईवे से करीब 50 मीटर दूर खेतों में ले गए और बंधक बनाकर लाखों रुपये नगद, सोने के गहनें और मोबाइल आदि कीमती सामान लूट लिये. कार में बैठी परिवार की महिला और उसकी बड़ी बेटी से लुटेरों ने गैंगरेप किया. कार में एक महिला उसकी दो बेटियां और परिवार के तीन पुरुष मौजूद थे.
वारदात के बाद डरे-सहमे परिवार ने बुलंदशहर थाना देहात में घटना की शिकायत दर्ज कराई. मौके पर पहुंचकर एसएसपी और डीआईजी मेरठ ने हालात का जायजा लिया. गैंगरेप पीड़ित महिलाओं का मेडिकल चेकअप कराया गया. पीड़ित परिवार के सदस्य नोएडा में नौकरी करते हैं. वे मूलत: शाहजहांपुर के रहने वाले हैं. वे लोग नोएडा से बुलंदशहर एक तेरहवीं में शामिल होने जा रहे थे.
नेताओं की प्रतिक्रिया
विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि यह ‘बर्बर’ घटना दिखाती है कि उत्तर प्रदेश में ‘गुंडाराज’ चरम पर है. राज्य में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. भाजपा ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह एक्सप्रेस-वे और राजमार्ग तो बना रही है, लेकिन लोगों की सुरक्षा की परवाह नहीं कर रही. बसपा ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध संकेत करते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था की हालत बद से बदतर हो चुकी है और राज्य में ‘जंगलराज’ है. बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, ‘सपा सरकार और इसके मुखिया को लोगों को बताना चाहिए कि ऐसे दर्दनाक और जघन्य अपराध में क्या वे महिलाओं का सम्मान लौटा सकते हैं?’ उन्होंने कहा कि सपा सरकार के शासनकाल में आम आदमी, खासकर महिलाएं, कतई सुरक्षित नहीं हैं.
अखिलेश यादव सरकार पर हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता महेश शर्मा ने कहा, ‘यह सब कब खत्म होगा? यह दिखाता है कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर नाकाम हुई है. वे एक बेटी के सम्मान को नहीं बचा पा रहे. यह शर्मनाक है और उन्हें पद छोड देना चाहिए.’ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘सामूहिक बलात्कार की घटना हृदय-विदारक है, यह स्तब्ध करने वाली घटना है. जिस तरह से परिवार के पुरुष सदस्यों की मौजूदगी में एक मां और बेटी को यातना दी गई और उनसे बलात्कार किया गया. यह एक खौफनाक वाकया है कि इंसान कितने बर्बर हो सकते हैं.’
सुरजेवाला ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी और अखिलेश सरकार इस मामले में क्या करने जा रही है? निर्णायक कार्रवाई करिए और इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द से जल्द सजा दीजिए.’ भाजपा के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि इस घटना ने साबित कर दिया है कि उत्तर-प्रदेश में कानून-व्यवस्था पटरी से उतर गई है और पुलिस प्रशासन शिथिल है. उन्होंने कहा, ‘यह लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बडे-बडे दावे करने वाले पुलिस प्रशासन के चेहरे पर तमाचा है.’
बुलंदशहर से भाजपा सांसद भोला सिंह ने कहा, ‘यह दुखद, दर्दनाक घटना है. परिवार के साथ मेरी सहानुभूति है. मैंने पुलिस से बात की है और प्रशासन के संपर्क में हैं. उन दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा देनी चाहिए.’ सिंह ने कहा, ‘जब अपने परिवार के साथ जा रही कोई महिला सुरक्षित नहीं है तो अकेले चलने वाली महिलाएं कैसे सुरक्षित होंगी?