लखनऊ : लखनऊ पुलिस ने बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा पिछले महीने हजरतगंज में किये गये प्रदर्शन में पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की नाबालिग बेटी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी किये जाने के आरोप में बसपा मुखिया मायावती और महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत कई लोगों के विरुद्ध मुकदमे में पॉक्सो एक्ट को भी शामिल कर लिया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गत 22 जुलाई को दयाशंकर सिंह की मां तेतरा देवी की तहरीर पर दर्ज मुकदमे में ‘यौन अपराधों से बाल सुरक्षा अधिनियम’ :पाक्सो: कानून की धारा 11 की उपधारा को भी शामिल कर दिया गया है.
स्वाति सिंह ने पॉक्सो एक्ट जोड़ने की मांग की थी
सिंह की पत्नी स्वाति ने गत 21 जुलाई को बसपा के प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उनके तथा उनकी सास के साथ-साथ उनकी 12 साल बेटी को ‘पेश’ करने के नारे लगाये जाने के मद्देनजर इस मामले में दर्ज मुकदमे में पाक्सो एक्ट को भी जोड़ने की मांग की थी. बसपा ने यह प्रदर्शन दयाशंकर सिंह द्वारा पार्टी मुखिया मायावती की तुलना ‘वेश्या’ से किये जाने के विरोध में किया था.
दयाशंकर की मां बेटी के खिलाफ लगे थे अभद्र नारे
प्रदर्शन के दौरान सिंह की पत्नी, मां और बेटी के खिलाफ अभद्र नारे लगाये जाने के मामले में मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, बसपा के प्रांतीय अध्यक्ष राम अचल राजभर, सचिव मेवालाल तथा अनेक अज्ञात कार्यकर्ताओं पर साजिश, टकराव पैदा करने, अपमानित करने तथा महिलाओं के प्रति शर्मनाक नारेबाजी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था. पाक्सो कानून 2012 की धारा 11 की उपधारा। किसी बच्ची या बच्चे के प्रति यौन प्रताडना के लिये कहे गये शब्द या किये गये इशारे से संबंधित है. मायावती पर गत 19 जुलाई को की गयी अभद्र टिप्पणी के मामले में सिंह को गत 29 जुलाई को बिहार के बक्सर जिले में गिरफ्तार किया गया था.