बुलंदशहर कांड : रेप पीड़िता ने तीन गिरफ्तार लोगों की शिनाख्त की
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बंदूक के बल पर शुक्रवार की रात हुए सामूहिक बलात्कार की पीड़िता ने तीन गिरफ्तार लोगों की पहचान कर ली है. इस मामले पर विरोधी दलों ने सत्तारुढ़ सपा पर चुनावी लाभ के लिए अपराधियों को संरक्षण देने और खुश रखने का आरोप लगाया. वहीं, सरकार के एक […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बंदूक के बल पर शुक्रवार की रात हुए सामूहिक बलात्कार की पीड़िता ने तीन गिरफ्तार लोगों की पहचान कर ली है. इस मामले पर विरोधी दलों ने सत्तारुढ़ सपा पर चुनावी लाभ के लिए अपराधियों को संरक्षण देने और खुश रखने का आरोप लगाया. वहीं, सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने ऐसी घटनाओं को सरकार के खिलाफ राजनीतिक साजिश करार दिया. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावेद अहमद ने आज कहा कि पीड़ितों ने इस मामले अब तक पुलिस के हत्थे चढ़े तीन अभियुक्तों की शिनाख्त कर दी है.
पीड़ित परिवार ने दी खुदकुशी की धमकी
उन्होंने कहा कि अन्य अभियुक्तों के नाम भी लगभग सामने आ गये हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है. पुलिस इस काण्ड में शामिल रहे तीन आरोपियों नरेश, 25वर्ष, बबलू ,22वर्ष और रईस 28 को कल ही गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दर्जनों अन्य को हिरासत में ले लिये गये हैं. घटना स्थल का स्वयं दौरा कर चुके अहमद ने कहा कि पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स अपने काम में लगी है. दूसरी तरफ, सामूहिक बलात्कार की शिकार 13 साल की लड़की के परिवार और उसकी मां ने धमकी दी है कि अगर तीन महीने के भीतर आरोपियों को सजा नहीं दी गयी तो वे खुदकुशी कर लेंगे. डकैतों के हमले के शिकार परिवार के सदस्य और नाबालिग पीडिता के पिता ने कहा, ‘‘हमें लूटा गया, पीटा गया और हम सभी जानते हैं कि उन्होंने मेरी बेटी के साथ क्या किया, मैं चाहता हूं कि मेरी पत्नी और बेटी उन्हें सजा दें. अगर उन्हें तीन महीने में सजा नहीं हुई तो सभी तीनों खुदकुशी कर लेंगे.
महिला आयोग ने की पुलिस की आलोचना
गौरतलब है कि डकैतों के एक गिरोह ने शुक्रवार की रात नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे एक परिवार की कार राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुलंदशहर में रोककर बंदूक के बल पर एक महिला और उनकी 13 वर्षीय बेटी को बाहर खींचकर उनका कथित रूप से बलात्कार किया था. पीड़िता के पिता ने कहा कि वे सात आठ लोग थे. उन्होंने हमारे हाथ पैर बांध दिये और हमें पीटा. वे हमें तब भी पीटते थे, जब हमने पानी मांगा या थोड़े भी हिले डुले. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस नियंत्रण कक्ष के नंबर 100 पर फोन करने पर भी कोई मदद नहीं मिली. उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने नाबालिग पीड़िता की चिकित्सकीय जांच के दौरान उससे कथित रूप से दुर्व्यवहार करने पर एक डॉक्टर को तलब किया और प्राथमिकी में पॉक्सो कानून की धाराओं को शामिल नहीं करने पर पुलिस की भी निंदा की.
भाजपा ने किया सपा पर हमला
भाजपा ने इस काण्ड को लेकर समाजवादी पार्टी हमला तेज करते हुए आरोप लगाया कि वह चुनावों से पहले अपराधियों को संरक्षण देने और खुश रखने में लगी है और चुनौती दी कि यदि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव में थोडी भी ‘शर्म’ बची है इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दें. भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि सपा पहले वोट लेने के लिए मुसलमानों को खुश करती थी और अब जाति और धर्म के चश्मे से अपराधियों को देख रही है और उन्हें खुश कर रही है. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आजम खान की कथित टिप्पणी को लेकर राज्य सरकार पर प्रहार किया.
यूपी में महिलायें आतंकित-बीजेपी
शर्मा ने मार्च 2012 और मार्च 2016 के बीच राज्य में अपराध के आंकड़े भी जारी किये और दावा किया कि सपा के शासनकाल में अपराधी दु:साहसी हो गये हैं जबकि लोग और खासकर महिलाएं आतंकित हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में उत्तरप्रदेश शीर्ष पर है. उन्होंने कहा कि इन चार वर्षों में बलात्कार के 2920 मामले हुए जबकि 12 हजार 198 हत्या और छह हजार 15 डकैतियां हुई हैं.