हाइवे गैंग रेप कांड : बीजेपी प्रवक्ता आईपी सिंह ने की आजम खान के परिवार पर विवादित टिप्पणी
लखनऊ : यूपी के बुलंदशहर हाइवे गैंग रेप मामले में विवादित बोल बोलने का सिलसिला जारी है. आजम खान के बाद अब बीजेपी नेता और प्रदेश के प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्वीट कर एक विवादित बयान दे दिया है. यह विवादित बयान आईपी सिंह ने आजम खान के परिवार को लेकर दिया है. आईपी सिंह […]
लखनऊ : यूपी के बुलंदशहर हाइवे गैंग रेप मामले में विवादित बोल बोलने का सिलसिला जारी है. आजम खान के बाद अब बीजेपी नेता और प्रदेश के प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्वीट कर एक विवादित बयान दे दिया है. यह विवादित बयान आईपी सिंह ने आजम खान के परिवार को लेकर दिया है. आईपी सिंह ने अपने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मियां आजम खान की बेटी और बीवी से गैंगरेप हो जाये, तब आजम खान की आंख खुलेगी. बुलंदशहर हाइवे पर 12 साल की बेटी और मां के साथ गैंग रेप पर ओछी बात कही.
https://twitter.com/ipsingh1432/status/760718322472222720
आजम खान ने भी दिया था बयान
गौरतलब हो कि बुलंदशहर में गैंग रेप का मामला सामने आने के बाद सपा सरकार की राजनीतिक हलकों में काफी खिंचाई हो रही थी. आजम खान ने सरकार का बचाव करते हुए यह आशंका जतायी थी कि यह विरोधियों की साजिश हो सकती है. आजम खान ने इस मसले पर बयान देते हुए कहा था कि सरकार को इस तरह से संज्ञान लेना चाहिए कि कहीं कोई विपक्षी विचारधारा जो सत्ता में आना चाहती है, वे सरकार को बदनाम करने के लिये यह कुकर्म तो नहीं कर रहे हैं. राजनीति में इतनी गिरावट आ चुकी है कि कुछ भी हो सकता है. आजम खान ने बुलंदशहर कांड पर यह बातें कहते हुए यह भी कहा था कि इससे पहले भी राजनीति की वजह से प्रदेश में कई दंगे हुए हैं.
विवादित प्रवक्ता हैं आईपी सिंह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह भी बताया जा रहा है कि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आईपी सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है. उन्होंने गत वर्ष केंद्रीय गृह मंत्रालय के खिलाफ फेसबुक पर कुछ लिख दिया था. आईपी सिंह ने बसपा से बागी होकर भाजपा में आये एक नेता को सुरक्षा मुहैया कराये जाने को लेकर फेसबुक पर सवाल उठाये थे. हालांकि आईपी सिंह ने विवाद बढ़ने के बाद उस पोस्ट को हटा दिया था.
आईपी सिंह को बीजेपी ने पार्टी से पहले निकाला था
आईपी सिंह को जानने वाले नेताओं की माने तो पहले भी आईपी सिंह ने भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं के खिलाफ मोरचा खोला था. आईपी सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधि के चलते निष्कासन का सामना करना पड़ा था. बाद में यूपी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बने तत्कालीन लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आईपी सिंह को पार्टी प्रवक्ता के तौर पर बीजेपी में शामिल किया .