बसपा नेता नसीमुद्दीन पर पाक्सो ना लगाने पर स्वाति ने उठाये सवाल

लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किये गये पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी ने बसपा के प्रदर्शन के दौरान उनकी बेटी के बारे में भी अपमानजनक नारेबाजी के मामले में बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर भी पाक्सो कानून तामील किये जाने की मांग करते हुए आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2016 6:19 PM

लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किये गये पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी ने बसपा के प्रदर्शन के दौरान उनकी बेटी के बारे में भी अपमानजनक नारेबाजी के मामले में बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर भी पाक्सो कानून तामील किये जाने की मांग करते हुए आज प्रशासन और सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया. दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस पर बसपा महासचिव सिद्दीकी को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पुलिस को जो दो सीडी दी हैं, उनमें से एक में नसीमुद्दीन सिद्दीकी तीन-चार लोगों के साथ खड़े होकर माइक में यह बोलते हुए साफ दिख रहे हैं कि दयाशंकर अपनी बहन बेटी को पेश करो. इसके बावजूद उन पर पाक्सो कानून की तामील नहीं की जा रही है.

सरकार की मंशा ठीक नहीं-स्वाति

उन्होंने इस मामले में सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें बसपा के प्रदर्शन की सीडी मीडिया के माध्यम से मिली थी। प्रशासन तो हर धरने की सीडी बनवाता है, आखिर प्रशासन के पास वह सीडी क्यों नहीं है जिसमें सिद्दीकी बोलते हुए दिख रहे हैं. इस मामले में और लोगों पर तो पाक्सो लग गया लेकिन पुलिस सिद्दीकी को बचा रही है. स्वाति ने कहा कि उनके पति पर मुकदमा दर्ज होते हुए पुलिस ने उनकी तलाश में छापेमारी शुरु कर दी थी लेकिन अब जिन बसपा नेताओं पर पाक्सो कानून लगाया गया है, उनके पीछे पुलिस और एसटीएफ क्यों नहीं लग रही है. उन पर कब कार्रवाई होगी.

मायावती से डर रही है सरकार

स्वाति ने कहा कि ऐसा ना करने से उन्हें क्या फायदा है या फिर क्या वे मायावती से डर रहे हैं? बुलन्दशहर में सामूहिक बलात्कार काण्ड पर बसपा मुखिया मायावती के ताबड़तोड़ बयानों की तरफ इशारा करते हुए स्वाति ने कहा कि बसपा के किसी भी नेता को यह अधिकार है कि वह बुलंदशहर में बलात्कार पीड़ित बच्ची के लिये कुछ भी बोले. मुझे मायावती से सफाई चाहिए. नसीमुद्दीन पर पाक्सो लगना चाहिए. मायावती पर हमला करते हुए स्वाति ने कहा कि बसपा मुखिया ने आरोप लगाया था कि सपा और भाजपा मिलकर दयाशंकर सिंह को बचा रहे हैं. क्या उन्होंने खुद नसीमुद्दीन पर कोई कार्रवाई की. मायावती दूसरों के लिये ऐसे सवाल ना करें, जिनका जवाब वह खुद नहीं दे पाती. उन्हें आज तक अपनी गलती का एहसास नहीं हुआ है.

अभद्र टिप्पणी मामला

गौरतलब है कि पिछले महीने भाजपा के तत्कालीन प्रान्तीय उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती पर अभद्र टिप्पणी के विरोध में बसपा के लखनउ में प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने सिंह की पत्नी, बेटी और मां को ‘पेश’ करने की नारेबाजी की थी. सिंह की बेटी के अभी नाबालिग होने के कारण इस मामले में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर समेत 22 लोगों पर पाक्सो की धाराएं लगायी गयी हैं, मगर इसी मुद्दे को लेकर भाजपा के निशाने पर आये नसीमुद्दीन सिद्दीकी को इससे अलग रखा गया है.

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