बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में एक शिक्षिका के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला जांच में फर्जी पाया गया है. पुलिस का दावा है कि कथित पीड़िता ने खुद को बचाने के लिये झूठी कहानी गढ़ी थी. बरेली के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष कुमार ने आज यहां बताया कि इस मामले में अमित राठौर नामक युवक की गिरफ्तारी के बाद कथित बलात्कार पीड़िता के सामने हुई पूछताछ से पता चला कि राठौर उसका प्रेमी है. दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की के परिवार के लोग इसके लिये राजी नहीं थे.
युवक ने बनायी थी वीडियो क्लिप
उन्होंने बताया कि पूछताछ में यह भी पता लगा है कि एक युवक ने शिक्षिका को उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देखकर उसकी वीडियो क्लिपिंग बना ली थी. शिक्षिका ने स्वीकार किया कि उसने झूठी कहानी इसलिए रची क्योंकि उसे आशंका थी कि वह वीडियो उसके भाई और मां को दिखा दी जायेगी तो सब कुछ जाहिर हो जायेगा. कुमार ने बताया कि मुकदमे में शिक्षिका के प्रेमी का नाम नहीं था. विवेचना के दौरान प्रेमी के बारे में पता लगने पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे मामले का पटाक्षेप हो गया.
अपहरण और गैंग रेप का लगाया था आरोप
मालूम हो कि सीबीगंज थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक शिक्षिका ने अपहरण और सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाते हुए तीन अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. उसका आरोप था कि मथुरापुर से आगे शिव ज्ञान डिग्री कालेज के पास कार से आये तीन लोगों ने उसे जबरन कार में डाल लिया और खेत में ले जाकर उससे सामूहिक बलात्कार किया. साथ ही उसका वीडियो बनाकर इंटरेट पर डालने की धमकी दी. मामले के आरोपियों को पकड़ने और कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर क्षेत्रीय जनता ने रास्ता जाम किया था और स्थानीय भाजपा विधायक अरुण कुमार के नेतृत्व में थाने पर धरना दिया था. मामला तूल पकड़ने पर सीबीगंज के प्रभारी निरीक्षक राकेश सिंह को निलंबित कर दिया गया था.