बुलंदशहर की बेटियों की फरियाद पर हरकत में आयी अखिलेश सरकार, SSP-SP पहुंचे मिलने
बुलंदशहर : अपनी मां के हत्यारे पिता को सजा दिलवाने के लिए बुलंदशहर की दो बेटियों ने अपने खून से मुख्यमंत्री को अपने खून से पत्र लिखा है, मीडिया में इस खबर के आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आ गयी है और आज मुख्यमंत्री के आदेश पर जिले के एसएसपी और एसपी […]
बुलंदशहर : अपनी मां के हत्यारे पिता को सजा दिलवाने के लिए बुलंदशहर की दो बेटियों ने अपने खून से मुख्यमंत्री को अपने खून से पत्र लिखा है, मीडिया में इस खबर के आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आ गयी है और आज मुख्यमंत्री के आदेश पर जिले के एसएसपी और एसपी इन लड़कियों से मिलने उनके घर पर पहुंचे. दोनों बच्ची अभी अपने नानी के घर में रहती हैं. मुख्यमंत्री आफिस के टिवटर हैंडिल से ट्वीट करके यह जानकारी दी गयी है कि सरकार इन लड़कियों के साथ है और उन्हें न्याय मिलेगा.
https://twitter.com/CMOfficeUP/status/764020910382645248
गौरतलब है कि एक ओर तो सरकार देश में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को जोर-शोर से चला रही है, वहीं दूसरी ओर हमारे देश में आज भी लड़कियां अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए जूझ रहीं हैं. बेटी होने का दंश झेल रही है. लतिका ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि हमने पहले भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, लेकिन शायद उन्हें कलम से लिखी बात पढ़ने में नहीं आयी, इसलिए अब उन्होंने खून से पत्र लिखा है. लतिका 15 वर्ष और तान्या 11 वर्ष ने बताया कि उनके पिता ने उनके सामने उनकी मां को जिंदा जला दिया. उनकी मदद उनके ताऊ और ताई ने की.
गौरतलब है कि 14 जून 2016 को तान्या और लतिका के सामने उसके पिता ने उनकी मां को जिंदा जला दिया. लतिका का कहना है कि उसने मदद के लिए पुलिस को भी फोन किया लेकिन कोई मदद नहीं मिली. तब उसने अपने मामा को फोन किया. वे दस मिनट में पहुंचे और अपनी बहन को अस्पताल ले गये, लेकिन उनकी मां को बचाया नहीं जा सकता. लतिका का कहना है कि उसके पिता ने उन्हें चुप रहने के लिए कहा था, अन्यथा उन्हें भी जलाने की धमकी दी थी. इस केस को पुलिस ने खुदकुशी का मामला बताते हुए दर्ज किया है.
जबकि लतिका का कहना कि उनदोनों बहनों के सामने उनकी मां को जलाया गया है, क्योंकि उन्होंने बेटे को जन्म नहीं दिया. उनकी मां को हर वक्त बेटा ना होने के कारण ताना दिया जाता था. लतिका ने यह भी बताया कि जब उसकी छोटी बहन का जन्म हुआ था तो उन्हें मां के साथ घर से बाहर कर दिया गया था.