अखिलेश का केंद्र सरकार पर बड़ा हमला, यूपी को पैसा नहीं देने का आरोप

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य को जो पैसा मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है. सदन में कानून एवं व्यवस्था तथा अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के बीच मुख्यमंत्री ने अनुपूरक बजट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2016 7:27 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य को जो पैसा मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है. सदन में कानून एवं व्यवस्था तथा अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के बीच मुख्यमंत्री ने अनुपूरक बजट के औचित्य को रेखांकित करते हुए केंद्र पर निशाना साधा. उन्होंने नारेबाजी कर रहे भाजपा सदस्यों को संबोधित करते हुए व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि भाजपाइयों को लोकसभा घेरनी चाहिए. जो पैसा राज्य को मिलना चाहिए, वह ये लोग :केंद्र की भाजपा सरकार: नहीं दे रहे. मुख्यमंत्री ने सदन में जब यह बात कही तब विधान भवन के बाहर भाजपा का प्रदर्शन चल रहा था.

केंद्र पर बरसे अखिलेश

अखिलेश ने अनुपूरक बजट की जरुरत बताते हुए कहा कि केंद्र ने ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों के लिए कितना पैसा दिया. अनुपूरक बजट में उनके लिए 2000 करोड रुपये की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने अनुपूरक बजट में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण सहित अन्य मदों में मांगे गये पैसे का जिक्र करते हुए भाजपा पर विकास विरोधी होने का भी आरोप लगाया. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कानून व्यवस्था, किसानों से जुड़ी समस्याओं समेत सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है.

विपक्ष ने उठाया बजट के औचित्य पर सवाल

मुख्यमंत्री ने बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य का भी जिक्र किया , हालांकि वह आज भी सदन में नहीं आये थे. उन्होंने कहा कि हमारे नेता प्रतिपक्ष :मौर्य: अच्छे थे, उन्हें बहका दिया. इससे पूर्व सदन में बसपा और प्रतिपक्ष के नये नेता गया चरण दिनकर ने अनुपूरक बजट के औचित्य पर सवाल उठाये और कहा कि जब सामान्य बजट का ही बमुश्किल पांच सात प्रतिशत ही अब तक खर्च हो पाया है तो अनुपूरक बजट की क्या आवश्यकता है. इसके पक्ष में उन्होंने विभिन्न विभागों में अब तक व्यय हुए सामान्य बजट का आंकड़ा भी दिया. भाजपा सदस्यों का हंगामा बहरहाल जारी रहा और उसके बीच ही वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 25347 करोड़ रुपये का पहला अनुपूरक बजट बिना किसी खास चर्चा के ध्वनिमत से पारित हो गया.

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