कौमी एकता दल के सपा में विलय को लेकर सस्पेंस बरकरार

लखनऊ : कौमी एकता दल के सपा में विलय को लेकर अंसारी बंधुओं के आज पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर मुलाकात करने की खबरों को कौएद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने पूरी तरह गलत और निराधार बताया है. दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती अफजाल ने टेलीफोन पर बताया कि वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2016 10:02 PM

लखनऊ : कौमी एकता दल के सपा में विलय को लेकर अंसारी बंधुओं के आज पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर मुलाकात करने की खबरों को कौएद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने पूरी तरह गलत और निराधार बताया है. दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती अफजाल ने टेलीफोन पर बताया कि वह बुखार की वजह से पिछले 10 दिन से एम्स में भर्ती हैं, लिहाजा सपा मुखिया से मुलाकात का कोई सवाल ही नहीं उठता. उन्हें पूरा यकीन है कि उनके विधायक भाई मुख्तार अंसारी ने भी मुलायम से मुलाकात नहीं की होगी.

सपा की ओर से कोई पेशकश नहीं

उन्होंने कहा कि कौएद के सपा में विलय के फैसले को बहाल करने की सपा मुखिया की मंशा की खबरें आने के बाद अभी तक सपा की तरफ से ऐसी कोई आधिकारिक पेशकश नहीं की गयी है. अफजाल ने मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि वह उन्हें और उनकी पार्टी को फुटबाल समझकर खेलता है और गलत खबरें चलाता है. ज्ञातव्य है कि एक मीडिया रिपोर्ट में कौएद नेताओं अफजाल और मुख्तार अंसारी द्वारा सपा मुखिया से उनके आवास पर मुलाकात का दावा किया गया था. खबर के मुताबिक बैठक के दौरान मुलायम ने कौएद के सपा में विलय पर मुहर लगायी है.

बहुत जल्द होगी घोषणा

वैसे, सपा मुखिया द्वारा पिछली 15 अगस्त को वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ पार्टी के अंदर साजिश किये जाने के आरोपों को लेकर फटकार लगाये जाने के बाद कौएद के सपा में विलय को बहाल किये जाने की प्रबल सम्भावनाएं व्यक्त की जा रही थीं. शिवपाल ने कौएद के सपा में विलय में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. सपा के अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक पार्टी मुखिया ने गत जून में शिवपाल द्वारा सपा में विलीन कराये गये कौएद के विलय को रद्द करने के फैसले को पलटने का इरादा कर लिया है और बहुत जल्द वह इस सिलसिले में आधिकारिक घोषणा कर सकते हैं.

फिलहाल विलय का मामला स्थगित है

शिवपाल ने ही गत 21 जून को कौएद के सपा में विलय की औपचारिक घोषणा की थी. मुख्यमंत्री अखिलेश के विरोध के बाद 25 जून को पार्टी संसदीय बोर्ड ने इस विलय को रद्द कर दिया था. अफजाल अंसारी की अगुवाई वाला कौएद पूवांर्चल के कुछ जिलों में खासा प्रभाव रखने वाला दल माना जाता है. उसके पास दो विधायक मुख्तार अंसारी और सिबगतउल्ला अंसारी हैं. मुख्तार अनेक आपराधिक मामलों में इस वक्त जेल में बंद हैं.

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