अब आईटीआई अनुदेशकों के अभ्यर्थियों ने अखिलेश को खून से लिखा पत्र, आत्मदाह की धमकी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश यादव पहले से ही सवालों के घेरे में हैं अब आईटीआई अनुदेशकों की भरती को लेकर भी उनपर सवाल उठाये जा सकते हैं. कल सोमवार से आईटीआई अनुदेशक पद के अभ्यर्थियों ने आमरण अनशन शुरू किया है. उन्होंने प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय का घेराव भी […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश यादव पहले से ही सवालों के घेरे में हैं अब आईटीआई अनुदेशकों की भरती को लेकर भी उनपर सवाल उठाये जा सकते हैं. कल सोमवार से आईटीआई अनुदेशक पद के अभ्यर्थियों ने आमरण अनशन शुरू किया है. उन्होंने प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय का घेराव भी किया.
इन अभ्यर्थियों ने अपने खून से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि 12 सितंबर से पहले साक्षात्कार का परिणाम घोषित किया जाये. उन्होंने यह भी लिखा है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे आत्मदाह कर लेंगे.
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में सात नवंबर को प्रदेश के तमाम राजकीय आईटीआई में रिक्त 2,498 अनुदेशक के पदों पर भरती का विज्ञापन निकाला गया था. इसके लिए जनवरी से जून 2015 तक साक्षात्कार हुआ, इसमें कुल 10 हजार अभ्यर्थियों को बुलाया गया था. लेकिन अभी तक इस साक्षात्कार का परिणाम घोषत नहीं किया गया है जिसके कारण अभ्यर्थियों में निराशा है.
इससे पहले 12 अगस्त को भी बुलंदशहर की दो बेटियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने खून से पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी मां के हत्यारे पिता को सजा दिलाने की मांग की थी. जिसके बाद अखिलेश यादव उन बच्चियों से मिले और उन्हें न्याय दिलाने एवं उनकी शिक्षा के लिए पांच लाख रुपये देने की घोषणा की.