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PM मोदी को लेकर आजम ने दिया आपत्तिजनक बयान, सदन में हंगामा

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में संसदीय कार्य मंत्री आजम खां के ‘आपत्तिजनक बयान’ को विधानसभा की कार्यवाही से बाहर करने की मांग को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे की वजह से आज निचले सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिये स्थगित कर दी गयी. प्रश्नकाल में सदन में प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2016 8:10 PM

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में संसदीय कार्य मंत्री आजम खां के ‘आपत्तिजनक बयान’ को विधानसभा की कार्यवाही से बाहर करने की मांग को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे की वजह से आज निचले सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिये स्थगित कर दी गयी. प्रश्नकाल में सदन में प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर चर्चा के दौरान खां ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी आलोचना में कुछ टिप्पणी की जिस पर भाजपा के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जाहिर की और सदन के बीचो-बीच आकर खां के ‘अपमानजनक शब्दों’ को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की.

मोदी पर आजम का हमला

खां ने जवाब देते हुए कहा कि देश यह जानना चाहता है कि जब हमारे बादशाह :पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को: जन्मदिन की मुबारकबाद दे रहे थे, उस वक्त उनके साथ कमरे में और कौन मौजूद था. विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने भाजपा सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह इस मामले पर गौर करेंगे, मगर इसके बावजूद वे अपने-अपने स्थान पर नहीं गये. इस पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिये 12 बजकर 20 मिनट तक स्थगित कर दी.

बुलंदशहर बलात्कार कांड का उठा मामला

इसके पूर्व, भाजपा सदस्य सुरेश कुमार खन्ना ने सरकार से गत 19 जुलाई को बुलंदशहर में मां-बेटी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार प्रकरण में 1090 महिला हेल्पलाइन’ की कार्रवाई के बारे में जानना चाहा और कहा कि अगर हेल्पलाइन से समुचित मदद मिली होती तो उस वारदात को होने से रोका जा सकता था. खन्ना ने राज्य में पुलिस पर हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व में जब किसी पुलिसकर्मी पर हमला होता था तो अभियुक्त का घर तक खोद दिया जाता था. संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने खन्ना के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य की सपा सरकार कानून के दायरे में रहकर काम करती है.

आजम खान ने दी बलात्कार वाले बयान पर सफाई

खां के बयान से असंतुष्ट खन्ना ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने कल खां के खिलाफ टिप्पणी की है और अगर उनमें जरा सी भी नैतिकता बची है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए खन्ना यह कहते हुए अपने साथी भाजपा सदस्यों के साथ सदन से बाहर चले गये खां ने कहा कि यह सही है कि उच्चतम न्यायालय ने उनके खिलाफ जरूर टिप्पणी की है और वह उस पर न्यायालय में जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि अदालत ने उसे उपलब्ध कराये गये तथ्यों के आधार पर टिप्पणी की है. मैं उसे अपना जवाब दूंगा. जहां तक बलात्कार पीड़ितों पर मेरे रख का सवाल है तो ऐसे मामलों में इस्लामी कानूनों के मुताबिक फैसला होना चाहिए और दोषी लोगों को संगसार :पत्थर मार-मार कर हत्या: कर देना चाहिए. खां ने कहा कि एक मंत्री के रुप में जब मैं कहता हूं कि एक ही जैसी लगातार चार-पांच घटनाओं की सचाई सामने आनी चाहिए, तो एक पार्टी को इतनी फिक्र क्यों हो जाती है.

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