सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने बुलंदशहर बलात्कार प्रकरण की जांच फिर शुरू की
नयी दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उच्चतम न्यायालय से मंजूरी मिलने के बाद बुलंदशहर बलात्कार मामले की अपनी जांच फिर शुरू की और उसने अपराध स्थल पर अपनी टीम भेजी. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों, जांचकर्ताओं और सहयोगी कर्मचारियों का एक दल अपराध स्थल पर पहुंचा और उनसे पीड़िताओं से प्राप्त […]
नयी दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उच्चतम न्यायालय से मंजूरी मिलने के बाद बुलंदशहर बलात्कार मामले की अपनी जांच फिर शुरू की और उसने अपराध स्थल पर अपनी टीम भेजी. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों, जांचकर्ताओं और सहयोगी कर्मचारियों का एक दल अपराध स्थल पर पहुंचा और उनसे पीड़िताओं से प्राप्त विवरण के आधार पर उस स्थिति को समझने की कोशिश की. सूत्रों ने बताया कि जांच से उच्चतम न्यायालय द्वारा अपना स्थगन हटा लिये जाने के बाद यह कार्रवाई हुई है.
29-30 जुलाई की दरम्यानी रात को 13 साल की लड़की और उसकी मां को कुछ हमलावरों ने कार से खींचकर निकाला और उन्होंने उनसे खेत में बलात्कार किया. ये दोनों मां-बेटी अपने परिवार के साथ नोएडा से शाहजहांपुर जा रही थीं.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर इस मामले सीबीआई को सौंपा गया था. एजेंसी ने 18 अगस्त को मामला दर्ज किया था और उसने फोरेंसिक विशेषज्ञों और डीआईजी रैंक के अधिकारी की टीम अपराध स्थल पर भेजी.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की फटकार सुन चुकी उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस घटना के नौ दिन के अंदर ही सलीम बावरिया को गिरफ्तार करन इस मामले का हल करने का दावा किया था. बावरिया गिरोह राजस्थान का एक गिरोह है.
सलीम से पूछताछ के बाद गिरोह के दो अन्य सदस्यों जुबैर और साजिद को उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल ने गिरफ्तार किया था. बाद में तीन और आरोपी नरेश (25), बबलू (22) और रईस (28) गिरफ्तार किये गये.