लखनऊ/नयी दिल्ली : भाजपा अगले महीने उत्तर प्रदेश में चार परिवर्तन यात्राएं शुरू करेगी और यह 100 दिन से ज्यादा चलेंगी जो संभवत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के साथ खत्म होंगी. पार्टी सूत्रों ने बताया कि चार यात्राएं सहारनपुर, ललितपुर, सोनभद्र और गोरखपुर या बलिया से शुरू हो सकती हैं. श्राद्ध के खत्म होने के बाद ये यात्राएं एक स्थान पर आकर मिल सकती हैं जो लखनऊ हो सकता है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कई केंद्रीय मंत्रियों सहित शीर्ष पार्टी नेता यात्रा के दौरान जनसभाओं को संबोधित करेंगे. अभियान की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने प्रदेश के हर जिले में एक युवा और महिला सभा आयोजित करने का फैसला किया है. राज्य की प्रत्येक पंचायत को यात्रा से जोडने तथा बूथ स्तर पर सभाएं आयोजित करने की इसे उम्मीद है. सपा और बसपा की तरफ से कडी चुनौती का सामना कर रही भाजपा अपनी संगठनात्मक मशीनरी और केंद्रीय नेतृत्व पर भरोसा कर रही है. पार्टी द्वारा मुख्चयमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा किए जाने की संभावना नहीं है.
भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘विकास का एजेंडा, मोदी सरकार का अच्छा काम और सपा तथा पिछली मायवती सरकार का कुशासन हमारे अभियान के केंद्र में है. अब तक का नजरिया यह है कि मुख्यमंत्री पद के लिए हमारे पास चेहरा नहीं होगा।” दलितों का एक बडा तबका मायावती के साथ है, जबकि यादवों और बडी संख्या में मुस्लिमों का एक तबका सपा का समर्थन कर रहा है. ऐसे में भाजपा राज्य में चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सवर्ण जातियों और अन्य पिछडी जातियों का एक सामाजिक गठबंधन बनाने पर काम कर रही है. भाजपा उत्तर प्रदेश में पिछले 14 साल से सत्ता से बाहर है.