सपा को एकजुट रखने की जिम्मेदारी अब आजम खान पर
लखनऊ : जब से शिवपाल यादव सपा के संगठन में आये हैं, परिवर्तन का दौर चल रहा है. पिछले दिनों उन्होंने अखिलेश के खास सात नेताओं की छुट्टी कर दी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि अभी पार्टी में और परिवर्तन होने के आसार हैं. शिवपाल सिंह यादव जल्द ही प्रदेश इकाई भंग कर उसका […]
लखनऊ : जब से शिवपाल यादव सपा के संगठन में आये हैं, परिवर्तन का दौर चल रहा है. पिछले दिनों उन्होंने अखिलेश के खास सात नेताओं की छुट्टी कर दी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि अभी पार्टी में और परिवर्तन होने के आसार हैं. शिवपाल सिंह यादव जल्द ही प्रदेश इकाई भंग कर उसका नये सिरे से गठन करने की तैयारी कर कर रहे हैं. खबर है कि तीन विधायकों व दर्जन भर युवा नेताओं पर भी गाज गिर सकती है.
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच शक्ति संतुलन को लेकर खींचतान जारी थी, लेकिन अब शांति है. इस शांति को कायम रखने की जिम्मेदारी पार्टी ने आजम खान को सौंपी है.
पार्टी प्रमुख यह चाहते हैं कि अब सारे लोग मिलकर 2017 के चुनाव की तैयारी करें, ताकि पार्टी किसी तरह की दुविधा में ना रहे.
पिछले दिनों समाजवादी पार्टी संगठन व सरकार में मचे घमासान के बाद प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने चार विधायकों सहित यूथ विंग के अध्यक्षों को पार्टी से बाहर कर दिया था. उनके इस फैसले का विरोध करते हुए जिन लोगों ने इस्तीफा दिया था, उनके इस्तीफे को भी स्वीकार कर लिया गया है.
राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि शिवपाल यादव संगठन में बड़ा बदलाव समाजवादी की छह अक्तूबर को प्रस्तावित रैली से पहले पहले कर देंगे. इस परिस्थिति में पार्टी में किसी तरह का विरोध ना हो और सब कुछ ठीकठाक रहे इसके लिए आजम खान सक्रिय हैं. उन्होंने अखिलेश और शिवपाल यादव से मुलाकात की है और सिर्फ चुनाव को टारगेट करने की बात कही है.