दयाशंकर सिंह की पत्नी अखिलेश को बांधेंगी राखी, करेंगी बसपा नेताओं की गिरफ्तारी की मांग

बलिया : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती पर कथित आपत्तिजनक बयान देने के मामले में भाजपा से निष्कासित किये गये दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति अपने परिवार के खिलाफ कथित तौर पर अश्लील नारेबाजी की अगुवाई करने वाले बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा अन्य नेताओं पर कार्रवाई के लिये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ‘धर्म […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2016 3:05 PM

बलिया : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती पर कथित आपत्तिजनक बयान देने के मामले में भाजपा से निष्कासित किये गये दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति अपने परिवार के खिलाफ कथित तौर पर अश्लील नारेबाजी की अगुवाई करने वाले बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा अन्य नेताओं पर कार्रवाई के लिये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ‘धर्म भाई’ बनाकर उनको राखी बांधेंगी.

स्वाति ने कल देर शाम यहां आयोजित एक समारोह में कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके पति को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कराया क्योंकि वह मायावती को बुआ कहते हैं. बसपा नेताओं के खिलाफ उनके परिवार के लोगों के प्रति अश्लील नारेबाजी करने के मामले में मुकदमा दर्ज है लेकिन मायावती से रिश्तेदारी के कारण मुख्यमंत्री बसपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सपा के शासन में रिश्तेदार होने पर ही न्याय मिलता है इसलिये वह भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को धर्म भाई बनाकर उनको राखी बांधेंगी.गौरतलब है कि भाजपा के तत्कालीन प्रान्तीय उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह द्वारा हाल ही में बसपा अध्यक्ष के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में लखनऊ में हुए प्रदर्शन में बसपा नेताओं ने सिंह की पत्नी, बेटी और मां के खिलाफ कथित अश्लील नारेबाजी की थी. इस मामले में बसपा अध्यक्ष मायावती, महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत अनेक नेताओं और कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया था.
सिंह को मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में बिहार के बक्सर से गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बसपा नेताओं पर कोई खास कार्रवाई नहीं हुई.स्वाति ने लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में सपा और बसपा को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया.
इस मौके पर भाजपा से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह ने एक बार फिर बसपा मुखिया मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि वह धन के लिए कुछ भी कर सकती हैं.
उन्होंने बसपा मुखिया मायावती की तुलना रिक्शा चालक से करते हुए कहा है ‘‘मायावती से अच्छा तो रिक्शा वाला है. वह अगर सवारी से किराया तय कर लेता है तो वह फिर किसी दूसरी सवारी से सौदा नहीं करता. चाहे वह उसे अधिक धन ही क्यों ना दे रहा हो.’

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