शपथ लेने के बाद मंच पर ही गायत्री प्रजापति ने छुए अखिलेश के पैर
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार किया. उन्होंने आठवें मंत्रिमंडल विस्तार में बर्खास्त गायत्री प्रसाद प्रजापति को फिर से कैबिनेट में शामिल कर लिया. जियाउद्दीन के बाद बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति को शपथ दिलाई गई. यहां सबसे चौंकाने वाली बात यह देखने को मिली कि […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार किया. उन्होंने आठवें मंत्रिमंडल विस्तार में बर्खास्त गायत्री प्रसाद प्रजापति को फिर से कैबिनेट में शामिल कर लिया. जियाउद्दीन के बाद बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति को शपथ दिलाई गई. यहां सबसे चौंकाने वाली बात यह देखने को मिली कि प्रजापति ने मंच पर ही सीएम अखिलेश के पैर छुए. वो भी एक बार नहीं दो बार… ऐसा करने से अखिलेश ने उन्हें मना भी किया लेकिन फिर भी वे झुके और सूबे के मुख्यमंत्री का पैर छूकर आशीर्वाद लिया.प्रजापति ने मुलायम सिंह यादव के पैर भी छुए.
आपको बता दें कि सीएम अखिलेश यादव ने गायत्री प्रजापति को भ्रष्टाचर के आरोप में बर्खास्त कर दिया था. गायत्री प्रजापति सपा नेता और अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव के करीबी बताए जाते हैं. प्रजापति को बर्खास्त किए जाने के बाद से सपा में काफी दिनों तक चाचा और भतीजे के बीच मनमुटाव चला था.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले संभवत: आखिरी कैबिनेट विस्तार करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में आज दागी पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति सहित चार मंत्रियों को शामिल किया गया जबकि छह राज्य मंत्रियों को ‘पदोन्नत’ किया गया है. राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल राम नाईक ने गायत्री, मनोज पाण्डेय, शिवाकांत ओझा और जियादुद्दीन रिजवी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. अखिलेश यादव सरकार 2012 में सत्ता में आयी थी. तब से अब तक उसका यह आठवां विस्तार है. अब उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद में अधिकतम 60 मंत्री हैं.
दो हफ्ते पहले बर्खास्त गायत्री को राज्य कैबिनेट में शामिल करने के फैसले को एक सामाजिक कार्यकर्ता ने हालांकि चुनौती दी थी. दिलचस्प बात यह है कि गायत्री के साथ बर्खास्त किये गये राज किशोर सिंह वापसी करने में नाकामयाब रहे.