मथुरा : भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर किए गए लक्षित हमले पर शहीद हेमराज की पत्नी धर्मवती ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकवादियों को सबक सिखाने के लिए देर से ही सही, लेकिन बिल्कुल सही कदम उठाया है. धर्मवती ने कहा कि अफसोस बस इतना है कि यदि यही कदम कुछ पहले उठा लिया गया होता तो देश को अपने 18 बहादुर जवान यूं न खोेने पड़ते. गौरतलब है कि कोसीकलां क्षेत्र के शेरनगर खिरार गांव निवासी एवं 13 राजपूताना रायफल बटालियन के लांसनायक हेमराज सिंह और उनके साथी लांसनायक सुधाकर सिंह जब जनवरी 2013 में अपनी यूनिट के बाकी जवानों के साथ जम्मू के पुंछ सेक्टर में सीमा की निगरानी कर रहे थे, तब दुश्मन देश के सैनिकों ने उनके सिर काट कर बेहद अपमानजनक व्यवहार किया था.
शहीद हेमराज की पत्नी धर्मवती भारत सरकार से पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरते जाने और उसेकड़ा सबक सिखाने की बात करती रही हैं. उन्होंने सरकार की कार्रवाई पर संतोष जाहिर करतेहुए कहा कि मोदी सरकार ने इस कार्रवाई को अंजाम देकर आम नागरिकों सहित जवानों और उनके परिजन में भरोसा कायम करने का काम किया है. धर्मवती ने कहा कि अब बेहतर यह होगा कि सभी देशवासी भविष्य में आने वाली हर संभावित परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें. मथुरा छावनी में रह कर बच्चों का पालन पोषण कर रही धर्मवती ने बीती शाम गांव में शहीद पति हेमराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.