लखनऊ : कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकाण्ड मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक अमरमणि त्रिपाठी के अपनी पत्नी के कत्ल के आरोपी पुत्र अमनमणि को आगामी विधानसभा चुनाव के लिये सपा का टिकट दिये जाने का बचाव करते हुए शिवपाल ने कहा कि अदालत से दोषी करार दिये जाने से पहले किसी को गुनहगार नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा कि अमनमणि को टिकट देने का विरोध कर रही उनकी सास सीमा द्वारा सपा मुखिया से मुलाकात की कोशिश के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि वह हमसे मिल लें. जब मिलेंगी तो विचार कर लेंगे.
मालूम हो कि अमनमणि पर अपनी पत्नी सारा की हत्या करने का आरोप है और सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कुछ करीबी सहयोगियों को सपा से हाल में निकाले जाने के बाद उनकी वापसी के लिये पुनर्विचार के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि हमने तो उन्हें निकाल दिया. अब वे पुनर्विचार का जिसका अधिकार है, उसके पास जाएं. अखिलेश के करीबी सहयोगियों विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह यादव, आनन्द भदौरिया, संजय लाठर और मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे एवं प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव और समाजवादी छात्रसभा के प्रान्तीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव को गत 19 सितम्बर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में सपा से निकाल दिया गया था.