सीमा विवाद पर बातचीत का रास्ता बंद नहीं होना चाहिए : अखिलेश
इटावा : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीमा विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए बातचीत जारी रखने की आवश्यकता जताते हुए आज कहा कि बातचीत का रास्ता कभी बंद नहीं होना चाहिए. अखिलेश ने नगर बाली गांव में बीएसएफ के शहीद जवान नितिन यादव के परिवार वालों से मुलाकात के […]
इटावा : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीमा विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए बातचीत जारी रखने की आवश्यकता जताते हुए आज कहा कि बातचीत का रास्ता कभी बंद नहीं होना चाहिए. अखिलेश ने नगर बाली गांव में बीएसएफ के शहीद जवान नितिन यादव के परिवार वालों से मुलाकात के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि देश के बड़े-बड़े सवाल, देश की सीमाओं के सवाल भी बातचीत से हल हो सकते हैं. बातचीत का रास्ता कभी खत्म नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक एक नया शब्द, एक नई शब्दावली है. गांव के आदमी इसे नहीं समझते. कोई रास्ता रोक दे, कोई पानी रोक दे तो इससे समस्या का हल नहीं होता.
गांव के लोग तो बस इतना जानते हैं कि झगड़ा होता है तो गोलियां इधर से चलती हैं और गोलियां उधर से भी चलती हैं. नितिन को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने तय किया है कि ड्यूटी के समय शहादत देने वालों के परिजनों को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. उन्होंने इसी राशि का चैक नितिन के परिजनों को सौंपा. बाद में अखिलेश ने इटावा स्थित हिरन सफारी का निरीक्षण किया और इसे जनता को समर्पित किया. उन्होंने सपा सरकार की उपलब्धियां गिनायी तो पूर्व की मायावती सरकार को पत्थरवाली सरकार बताया जबकि केंद्र की भाजपा सरकार को खोखले वादे करने वाली करार देते हुए उसे ‘वादेवाली सरकार’ कहा.