लखनऊ : उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं को रिझाने की कवायद में राजनीतिक पार्टियों की यात्राओं का सिलसिला जारी है. सत्ताधारी समाजवादी पार्टी की ओर से मुलायम संदेश यात्रा निकाली गयी तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने देवरिया से दिल्ली तक किसान यात्रा की. भाजपा ने भी पांच नवंबर से राज्य के विभिन्न हिस्सों में परिवर्तन यात्रा निकालने का आज ऐलान किया.
बीजेपी की यात्रा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि परिवर्तन यात्रा पांच नवंबर से शुरू होगी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 92वें जन्मदिवस 24 दिसंबर को लखनऊ में परिवर्तन सभा के साथ संपन्न होगी, जिसमें वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहेंगे. भाजपा की परिवर्तन यात्रा सहारनपुर, ललितपुर, सोनभद्र और बलिया से शुरू होगी और राज्य के सभी हिस्सों से होकर गुजरेगी. इन यात्राओं को भाजपा के वरिष्ठ नेता हरी झंडी दिखाएंगे, जिनमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शामिल हैं.
सपा की राजनीतिक यात्रा
राहुल की किसान यात्रा संपन्न होने के बाद कांग्रेस ने अब राहुल संदेश यात्रा निकालने का इरादा किया है. कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि यह व्यापक जनजागरण अभियान होगा, जिसके जरिए किसानों तक पहुंच बनायी जाएगी. सपा की मुलायम संदेश यात्रा के दूसरे चरण के तहत पश्चिम उत्तर प्रदेेश के 39 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया गया. सपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य जनता को सूचित करना है कि उत्तर प्रदेश में सपा सरकार ने चुनावी घोषणापत्र में किये गये सभी वायदों को पूरा किया है. यात्रा के पहले चरण के तहत दस से 20 सितंबर के बीच 73 विधानसभा सीटों को कवर किया गया था. यात्रा की शुरुआत लखनऊ से हुई थी. संदेश यात्रा मुलायम संदेश रथ से निकाली जा रही है जो हाई टेक वाहन है. इस बस पर वाई फाई, अस्थायी स्टेज, जो लिफ्ट के जरिए उपर उठ जाता है, अत्याधुनिक आंतरिक सज्जा, जेनरेटर आदि की सुविधाएं हैं.
राहुल की यात्रा
राहुल ने भी अपने रोड शो के दौरान इसी तरह के अत्याधुनिक वाहन का इस्तेमाल किया था. धम्म चेतना यात्रा भी निकल रही है जो कल कानपुर में संपन्न हो जाएगी. इसमें बडी संख्या में उन दलितों के शामिल होने की उम्मीद है जिन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह छह महीने चली धम्म चेतना यात्रा के समापन समारोह में शामिल होंगे. भाजपा की कानपुर इकाई के अध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी ने बताया कि यात्रा का उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है.