बसपा की अपील, ब्राह्मण एकजुट हो

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी है. कांग्रेस के बाद बसपा की भी ब्राह्मण वोटों पर नजर गड़ी हुई है. यूपी विधानसभा चुनाव में ग्यारह प्रतिशत वोटों के साथ ब्राह्मण जाति का वोट चुनावी गणित में काफी अहम माना जाता रहा है. आज बहुजन समाजवादी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2016 6:28 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी है. कांग्रेस के बाद बसपा की भी ब्राह्मण वोटों पर नजर गड़ी हुई है. यूपी विधानसभा चुनाव में ग्यारह प्रतिशत वोटों के साथ ब्राह्मण जाति का वोट चुनावी गणित में काफी अहम माना जाता रहा है. आज बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता सतीश मिश्रा ने ब्राह्मणों से एकजुट होने की अपील की है. उन्होंने ब्राह्मणों को दलित समाज के साथ भाईचारा बनाने की अपील की है.

क्यों है ब्राहम्ण वोट अहम
राज्य में ब्राह्मणों की आबादी 11 प्रतिशत है. आमतौर पर दलित वोटों पर बसपा का प्रभाव रहा है, लेकिन केवल दलित वोटों के सहारे मायावती सीएम की कुर्सी हासिल नहीं कर सकती. ऐसे में बसपा चाहती है कि वो ब्राह्णण वोट भी उसके खाते में जाये. मायावती ने कई बार चुनावी सभाओं में गरीब ब्राह्मणों को आरक्षण देने की बात कही है. इस बार ब्राह्म्ण वोटों पर कांग्रेस, भाजपा और बसपा का दांव है. कांग्रेस पार्टी ने ब्राहम्णों को रिझाने के लिए शीला दीक्षित को सीएम उम्मीदवार के रूप में पेश किया है.

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