सपा का महासंग्राम : मुख्यमंत्री आवास पहुंचे शिवपाल की नहीं हुई अखिलेश से मुलाकात

लखनऊ : समाजवादी पार्टी में घमासान जारी है. दोनों खेमों में सोमवार को दिन भरबैठकों का दौर चला. सूत्रों की मानें तो इन बैठकों से कोई निष्कर्ष नहीं निकला. शिवपाल यादव सीएम आावास अखिलेश से मुलाकात करने पहुंचे, लेकिन अखिलेश से उनकी मुलाकात नहीं हो पायी. कुछ देर इंतजार के बाद शिवपाल मिले बगैर वापस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2016 10:06 AM

लखनऊ : समाजवादी पार्टी में घमासान जारी है. दोनों खेमों में सोमवार को दिन भरबैठकों का दौर चला. सूत्रों की मानें तो इन बैठकों से कोई निष्कर्ष नहीं निकला. शिवपाल यादव सीएम आावास अखिलेश से मुलाकात करने पहुंचे, लेकिन अखिलेश से उनकी मुलाकात नहीं हो पायी. कुछ देर इंतजार के बाद शिवपाल मिले बगैर वापस लौट गये.मुलायम ने दोनों से आपसी बातचीत से रास्ता निकालने और सुलह करने के लिए कहा था.

इन सबके बीचसोमवार दोपहर में बोलने से बचते रहे अमर सिंह ने शाम में मुंह खोला.अमर सिंह ने चुप्पी तोड़ते हुए इशारोें में जवाब देने की कोशिश की है. उन्होंने कहा, चुप्पी कई सवालों का जवाब होता है. अखिलेश मेरे नेता के बेटे हैं, उन्हें शुभकामनाएं. दूसरी तरफ रामगोपाल ने सशर्त पार्टी में वापसी की बात कही है.रामगोपाल ने कहा कि वे इसी शर्त पर वापसी करेंगे जब पार्टी से बाहर किये गये लोग वापस लाये जायेंगे.दूसरी पार्टी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कहीं और जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता.

इधर खबर है कि शिवपाल यादव ने 10 अखिलेश समर्थकों को पार्टी से बाहर का रास्‍ता दिखा दिया है. हटाये गये सभी समर्थकों ने पार्टी बैठक के दौरान शिवपाल के खिलाफ नारेबाजी की थी.

* मुलायम का स्‍वास्‍थ्‍य खराब, दांत में तेज दर्द की शिकायत
सपा प्रमुख मुलायम सिंह का स्‍वास्‍थ्‍य खराब बताया जा रहा है. खबर है कि उनके दांतों में तेज दर्द की शिकायत है. डॉक्‍टरों ने उनके दांत का परीक्षण किया और उन्‍हें आराम करने की सलाह दी है.बदलते घटना क्रम के बीच कल शाम को अखिलेश से मुलाकात से पहलेशिवपालके आवास के बाहर समर्थकों का जमावाड़ा होना शुरू हो गया था और उनके समर्थन में जमकर नारेबाजी करने लगे. शिवपाल अपने आवास से बाहर निकले और नारेबाजी कर रहे समर्थकों को समझाया. उन्‍होंने कहा, नेताजी सब कुछ ठीक करेंगे, आप लोग जाइये.

* पार्टी में जो हो रहा है वो बहुत दुखद है, दूसरी पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं उठता : रामगोपाल
इधर, पार्टी से निकाले गये रामगोपाल यादव ने कहा, मैं अखिलेश यादव के साथ खड़ा हूं और हम फिर से उन्‍हें मुख्‍यमंत्री बनाएंगे. रामगोपाल ने कहा, अखिलेश यादव के खिलाफ किसी ने आरोप नहीं लगाया, लेकिन पार्टी के अंदर ही उनके खिलाफ आवाज बुलंद हो रही हैं. मैं मुलायम से नहीं मिलूंगा, क्‍योंकि वे बाहरी लोगों के प्रभाव में हैं. अखिलेश के बिना पार्टी चुनाव नहीं जीत सकती, अखिलेश अपने आप में समाजवादी पार्टी हैं.

रामगोपाल से जब पूछा गया कि वो अब दूसरी पार्टी में जाने की तैयारी तो नहीं कर रहे हैं, इसपर उन्‍होंने कहा, दूसरी पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं उठता. उन्‍होंने अमर सिंह और शिवपाल को खुली चुनौती दी है कि दोनों यूपी में कहीं भी चले जाएं और मेरे खिलाफ बोल कर दिखाएं तब पता चलेगा रामगोपाल क्‍या चीज है.एक शब्‍द मेरे खिलाफ बोलकर सुरक्षित पब्लिक के बीच में चले जाएंगे तो मैं समझुंगा मेरी पोलिटिक्‍स बेकार गयी.

* MLC आशू मलिक ने मारपीट का लगाया आरोप

MLC आशू मलिक ने आरोप लगाया कि उनके साथ मुख्‍यमंत्री आवास पर मारपीट की गयी. मलिक ने कहा, पवन पांडेय और भदौरिया ने बंधक बनाकर मेरे साथ मारपीट की. मारपीट के दौरान मुख्यमंत्री मौजूद नहीं थे.मुख्यमंत्री ने मेरी जान बचाई, जिंदगी भर CM के एहसान को नहीं भुलूंगा.

मलिक ने कहा,पवन पांडेय ने मुझे दो चांटे मारे, उन्हें लगा कि मैं सीएम का विरोध कर रहा हूं. मैं उनके खिलाफ FIR कराऊंगा. मलिक ने कहा, यह मेरा और पवन पांडेय का मामला है, इससे सीएम का कोई लेना-देना नहीं है. मैं मुलायम भग्‍त हूं लेकिन इसका मतलब नहीं है कि मैं अखिलेश का विरोधी हूं.

* सारे विधायक अखिलेश के साथ : राजेंद्र चौधरी

कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा, सारे विधायक अखिलेश के साथ हैं. उन्‍होंने कहा, पारिवारिक घटनाक्रम के बावजूद सीएम सहज हैं और युवाओं का उत्साह और विधायकों का समर्थन उनके साथ है. सीएम ने हमें चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है.

इससे पहले नेताजी मुलायम सिंह यादव ने अपने आवास पर अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के साथ बैठक की. इस बैठक में मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव और शिवपाल यादव दोनों से यह कहा कि आपदोनों ने मुझे शर्मिंदा किया है. मुलायम सिंह पार्टी कार्यालय में हुई नारेबाजी से बहुत नाराज थे. उन्होंने कहा कि नारेबाजी करने वालों को चिह्नित किया जाये और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये. मुलायम यह चाहते हैं कि नारेबाजी करने वालों को पार्टी से निकाल दिया जाये.

लगभग सवा दो बजे तक मुलायम सिंह यादव के घर पर उनके साथ अखिलेश यादव व शिवपाल यादव की बैठक खत्म हो गयी.बैठकके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वहां से अपने आवास पांच कालीदास रोड के लिए रवाना हो गये.उधर, कोलकाता के दौरे पर गये अमर सिंह ने इस पूरे मामले में अपना नाम आने पर मीडिया के सवालों का कोई जवाब देने से इनकार कर दिया.

बैठक में किन बिंदुओं पर चर्चा हुई और क्या निर्णय हुआ, इसका ब्यौरा अभी मीडिया को नहीं मिला है.हालांकि उम्मीद जतायी जा रही हैकि कोई बड़ा निर्णय सामने आ सकता है. इससे पहले पार्टी कार्यालय में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच तीखी नोंकझोंक हुई और स्थिति हाथापाई तक आ गयी थी. उसके बाद अखिलेश अपने कार्यालय चले गये और मुलायम अपने आवास. उसके बाद उनके आवास पर हाईलेबल मीटिंग शुरू हुई है.

मुलायम ने अखिलेश से कहा आपकी हैसियत क्या है?

मुलायम परिवार में जारी हंगामे के बीच आज पार्टी कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी. बैठक में बोलते हुए पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मैं पार्टी में जारी विवाद से दुखी हूं. पिछले कुछ दिनों से जिस तरह की घटनाएं हो रहीं हैं उनसे मैं बहुत ही आहत हूं. उन्होंने कहा कि पार्टी बनाने के लिए हमने काफी लाठियां खाईं हैं, काफी संघर्ष किया है. यहां तक की कई बार जेल भी गये हैं.

लेकिन जो आज बहुत उछल रहे हैं, वे एक लाठी भी नहीं झेल पायेंगे. उन्होंने कहा कि अभी ज्यादा कुछ बोलने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कमजोरी दूर करने की बजाय हम अापस में लड़ रहे हैं. जो बड़ा सोच नहीं सकता, वह नेता नहीं बन सकता. आलोचना सहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जो नारे लगा रहे हैं, उन्हें क्या पता कि हमने कैसे पार्टी खड़ी की, कितना संघर्ष किया. उन्होंने अखिलेश का नाम लिये बिना उन्हें फटकार लगायी कहा कि क्या पद मिलते ही आपका दिमाग खराब हो गया. क्या आप जुआरियों-शराबियों की मदद करने लगे हैं.

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि शिवपाल जनता के नेता हैं. उन्होंने मेरे लिए और पार्टी के लिए जो कुछ किया मैं उसे भूल नहीं सकता. उन्होंने कहा कि मैं अभी कमजोर नहीं हुआ हूं. मैंने प्रधानमंत्री बनने के लिए भी कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया. उन्होंने अपने संबोधन में मुख्तार अंसारी का भी बचाव किया और कहा कि मुख्तार अंसारी का परिवार ईमानदार है. उन्होंने अखिलेश को फटकार लगाते हुए कहा कि आप यह ना समझें कि नौजवान मेरे साथ नहीं हैं. मेरी एक आवाज पर नौजवान हमारे साथ आ जायेंगे. अपने संबोधन में मुलायम ने अमर सिंह का भी बचाव किया और उन्हें अपना भाई कहा. उन्होंने मैं शिवपाल और अमर सिंह के खिलाफ कुछ नहीं सुन सकता. अमर सिंह ने कई बार हमारी मदद की है. वे अगर हमारी मदद नहीं करते, तो मुझे सजा हो जाती. उन्होंने अखिलेश को कड़ी फटकार लगायी और कहा कि तुम्हारी हैसियत ही क्या है. मैं और शिवपाल कभी अलग नहीं हो सकते. उन्होंने अपने संबोधन के अंत में कहा कि अखिलेश सरकार चलायेंगे और शिवपाल पार्टी. उन्होंने अखिलेश से कहा कि शिवपाल तुम्हारे चाचा हैं उनके गले लगो. उनके कहने पर अखिलेश शिवपाल के गले भी लगे.

मैं नयी पार्टी क्यों बनाऊंगा : अखिलेश यादव

बैठक में बोलते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों का जवाब दिया. वे काफी भावुक नजर आये और उन्होंने कहा कि नेताजी मेरे पिता हैं, राजनीतिक गुरू हैं. मैं उनके आशीर्वाद से ही प्रदेश का मुख्यमंत्री बना हूं. उन्होंने यह कहा कि मैं नयी पार्टी क्यों बनाऊंगा? पार्टी के 25 साल पूरे हो रहे हैं. नेताजी मेरे राजनीतिक गुरू हैं और सबकुछ हैं, मैंने उनसे से राजनीति सीखी है. मैं पार्टी के वर्षगांठ समारोह में भी शामिल हो रहा हूं. कुछ लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं. मैंने हमेशा पार्टी और जनता के हित में काम किया.

उन्होंने कहा यह पार्टी नेताजी की है और हमेशा रहेगी. इस पार्टी में मेरा कुछ भी नहीं है. यह बोलते-बोलते अखिलेश भावुक हो गये. अखिलेश ने कहा कि साजिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि अगर नेताजी कहते तो मैं इस्तीफा दे देता, मैं हर काम उनके आदेश से करता हूं. उनके कहने पर ही दीपक सिंघल को हटाया, जिसे बर्खास्त किया उस मंत्री गायत्री प्रजापति को नेताजी के कहने पर वापस मंत्रिमंडल में लिया. उन्होंने कहा कि अमर सिंह का बयान आहत करने वाला है. उससे मुझे दुख हुआ.

उन्होंने अपने भाषण में कहा कि चुनाव आने वाले हैं और चुनाव में टिकट मैं ही बांटूंगा. उन्होंने कहा कि यह पार्टी नेताजी की है और जो वे कहेंगे मैं वही करूंगा. अखिलेश ने कहा कि आपकी पार्टी को आगे लेकर मैं ही जाऊंगा. अखिलेश यादव ने अपने भाषण में शिवपाल यादव के बारे में कुछ नहीं कहा.

क्या पार्टी में मेरा योगदान अखिलेश से कम है : शिवपाल यादव

टीवी रिपोर्ट्‌स के अनुसार बैठक में शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जिन्हें पार्टी से निकाला गया, वे भ्रष्ट हैं और वही हंगामा कर रहे हैं. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैंने पार्टी को मजबूत करने के लिए काफी संघर्ष किया है. मैं गांव-गांव जाकर नेताजी की बात को पहुंचता था. क्या मेरे कार्यों का कोई महत्व नहीं है. क्या मैंने पार्टी को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री से कम योगदान दिया. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा नेताजी के आदेश को माना, यहां तक कि मुख्यमंत्री की भी हर बात को माना. शिवपाल ने अखिलेश पर सीधा वार करते हुए कहा कि मुझे अध्यक्ष पद से हटाकर अखिलेश को आपने अध्यक्ष बनाया था, उस वक्त मेरी क्या प्रतिक्रिया रही थी और आज जब मुझे अध्यक्ष बनाया गया तो मेरे साथ क्या हुआ यह सब जानते हैं. शिवपाल ने कहा कि अखिलेश ने कहा था कि वे दूसरा दल बनायेंगे या फिर दूसरे दल के साथ जायेंगे. उन्होंने कहा कि यह बात मैं कसम खाकर कहता हूं. मैं गंगाजल लेकर कसम खाकर यह बात कहता हूं. उन्होंने कहा कि यह बात मैं अपने बच्चे की कसम खाकर भी कह सकता हूं. शिवपाल ने कहा कि रामगोपाल जैसे लोग पार्टी में रहने लायक नहीं हैं, वे दलाली कर रहे हैं. वे समाजवादी पार्टी को तोड़ने का काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी दलाली नहीं चलेगी.

शिवपाल ने अखिलेश पर सीधा वार करते हुए कहा कि उनकी शह के कारण अफसर मेरी बात नहीं सुनते. पार्टी में धूर्त, गुंडों और दलालों की भरमार हो गयी है. उन्होंने कहा कि जो लोग अमर सिंह पर निशाना साध रहे हैं, वे उनके पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुख्तार अंसारी के नाम पर मुझे बदनाम करने की साजिश में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि नेताजी ऐसे दलालों को पार्टी से बाहर करने की जरूरत है.

शिवपाल ने कहा कि आज की जरूरत यह है कि हम सब मिलकर 2017 के विधानसभा चुनाव का सामना करें और साथ ही यह समय की मांग है कि नेताजी उत्तर प्रदेश का नेतृत्व संभालें.

पार्टी मुखिया द्वारा बुलायी गयी बैठक में शामिल होने के लिए सुबह 9.30 बजे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह पार्टी कार्यालय पहुंचे उनके बाद लगभग 10.10 बजे अखिलेश यादव पार्टी पहुंचे और फिर मुलायम सिंह यादव भी कार्यालय पहुंच गये. मीटिंग 11 बजे से होनी थी, लेकिन बैठक समय से पहले हो गयी है.

पार्टी कार्यालय के बाहर भिड़े अखिलेश और शिवपाल के समर्थक

ऐसी उम्मीद है कि बैठक में या उसके बाद कोई बड़ा फैसला मुलायम सिंह लेंगे. आज सुबह से ही शिवपाल के घर के बाहर उनके समर्थक नारेबाजी कर रहे थे. पार्टी कार्यालय में शिवपाल और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थक काफी हंगामा कर रहे थे और उनके बीच झड़प भी हुई. अखिलेश समर्थकों ने शिवपाल के समर्थकों को पार्टी कार्यालय से भगा दिया है. पुलिस ने हंगामा कर रहे समर्थकों को खदेड़ा है.

वहां हंगामा अभी भी जारी है. दोनों पक्ष नारेबाजी कर रहे हैं.गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल विधानमंडल दल की बैठक के बाद शिवपाल सिंह को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था, जिसके जवाब में कल उनके समर्थक रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाल दिया गया है.

टूट के कगार पर पहुंची समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव आज कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. कल उन्होंने इस बात के संकेत दिये हैं कि आज वे कोई बड़ा फैसला लेंगे. पार्टी के अधिकांश विधायक अखिलेश के साथ हैं. पार्टी के 229 विधायकों में से 183 अखिलेश के साथ हैं, जबकि 46 विधायक शिवपाल के पक्ष में हैं.

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