BSP सरकार बनी तो अखिलेश के आर्थिक फैसलों की होगी जांच : मायावती
लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज आगाह किया कि यदि उनकी पार्टी की सरकार बनी तो विधानसभा चुनाव से ऐन पहले अखिलेश यादव सरकार की ओर से लिये गये विभिन्न आर्थिक फैसलों की जांच करायी जाएगी. मायावती ने एक बयान में कहा कि अब जबकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव बहुत नजदीक हैं तो […]
लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज आगाह किया कि यदि उनकी पार्टी की सरकार बनी तो विधानसभा चुनाव से ऐन पहले अखिलेश यादव सरकार की ओर से लिये गये विभिन्न आर्थिक फैसलों की जांच करायी जाएगी. मायावती ने एक बयान में कहा कि अब जबकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव बहुत नजदीक हैं तो सपा सरकार के उलझे अपने घरेलू झगड़ों में मुख्यमंत्री समाज के विभिन्न वर्गों को लुभाने के लिए किस्म किस्म की नाटकबाजी कर रहे हैं तथा अनेक प्रकार की घोषणाएं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ग्रामप्रधानों का मानदेय 2500 रुपये से बढाकर 3500 रुपये करने का ऐलान, मिड डे मील के तहत स्कूली बच्चों को सपा सरकार की प्रचार सामग्री के तौर पर खाने का बर्तन देना सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास है. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अगले चुनाव में अपनी कुर्सी जाते देखकर वर्तमान सपा सरकार के मुखिया की ओर से आये दिन जो भी बड़े-बड़े आर्थिक फैसले लिये जा रहे हैं, उनकी बसपा सरकार में जरूर जांच करायी जायेगी.
डेंगू के कारण हो रही मौतों को लेकर उच्च न्यायालय के सीधे हस्तक्षेप का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री को अपने पारिवारिक घमसान से समय निकालकर डेंगू की समस्या से जूझ रहे लोगों पर ध्यान देना चाहिए. मायावती ने कहा कि अदालत में केवल यह मान लेना काफी नहीं है कि डेंगू से निबटने के मामले में ढिलाई और लापरवाही बरती गयी है बल्कि इसके लिए तत्काल प्रभावी कार्रवाई करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अदालत में माना है कि डेंगू से अब तक 113 मौतें हुई हैं जबकि केवल राजधानी लखनऊ में डेंगू से 219 मौतों की खबर है. अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतार है और उनका काफी बुरा हाल है. मायावती ने कहा कि डेंगू को महामारी घोषित करने की तुरंत आवश्यकता है.