लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज से प्रदेश में समाजवादीपार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत समाजवादी विकास रथयात्रा निकाल कर की. पहलेदिन यह रथ उन्नाव जायेगा, जहां शुक्लागंज में मुख्यमंत्री की जनसभा होगी. इस मौके पर उनके साथ उनके पिता व सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव व चाचा एवं प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव भी थे.अखिलेश व मुलायम-शिवपाल के बीच पिछले दिनों तल्खी काफी बढ़ गयी थी और शिवपाल-अखिलेश तो मंच पर एक-दूसरे से उलझभी पड़े थे, ऐसे में इनका साथ-साथ दिखना एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम है. हालांकि चुनावी मौसम होने के बावजूद न तो शिवपाल ने अखिलेश यादव का उल्लेख भावी मुख्यमंत्री के रूप में नहीं किया और न ही शिवपाल की तारीफ में अखिलेश ने कुछ कहा.उल्टे अखिलेशनेकहा कि लोगों ने षड्यंत्रकिया.ध्यान रहे कि अखिलेश पूर्व में शिवपाल पर खुद के खिलाफ षडयंत्र करने का आरोप लगाचुकेहैं. अखिलेश की रथयात्रा को उनका शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है.
अखिलेश का रथ जब बंथरा पहुंचा, तो उन्होंने आम लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा या अन्य किसी पार्टी ने हमें कुछ नहीं दिया. सपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसनेे जनता के लिए काम किया है.रथयात्रा शुरू होने के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि हमारी पार्टी किसी भी तरह के गठबंधन के लिए तैयार है, लेकिन इस बारे में फैसला नेताजी करेंगे. मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि गठबंधन के लिए किससे बात हो रही है. गठबंधन और महागठबंधन के बारे में फैसला नेताजी ही करेंगे. मुझे पूरी उम्मीद है कि हमने जो विकास कार्य किये हैं उसके कारण हमें युवाओं और किसानों का भरपूर समर्थन मिलेगा. हमारा उद्देश्य अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचना है, ताकि विकास कार्यों का उन्हें लाभ मिले. यह देखी हुई बात है कि जनता उन्हें के पक्ष में रहती है जिसने उनके हित में काम किया हो. उन्होंने कहा कि मैं किसी से नाराज नहीं और ना ही कोई मुझसे नाराज है. सब कुछ ठीक है. उन्होंने कहा कि मुसलमान हमारे साथ हैं और वो हमारी सरकार बनाने में मदद करेंगे.
अखिलेश की रथयात्रा जब लोहिया पथ पहुंची तो गाड़ी में कुछ तकनीकी खराबी आ गयी, जिसके कारण कुछ देर तक यात्रा रूकी रही, फिर अखिलेश यादव ने अपनी कार पर सवाल होकर रथयात्रा को आगे बढ़ाया. इस यात्रा को उनकी पत्नी और सांसद डिंपल यादव ने ऐतिहासिक शुरुआत बताया है. उन्होंने कहा कि हम युवाशक्ति का अद्भुत प्रदर्शन देख रहे हैं और हम आगामी चुनाव को लेकर काफी सकारात्मक नजरिया रखते हैं. उन्होंने कहा कि अखिलेश को ट्रेनी मुख्यमंत्री माना जाता रहा है , तो जब एक ट्रेनी मुख्यमंत्री इतना काम कर सकता है, तो जब एक परिपक्व मुख्यमंत्री के रूप में वे काम करेंगे, तो वो कैसा होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.
अपने संबोधन में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि इस यात्रा के लिए मैं अखिलेश को शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि हम समाजवादी विचारधारा के लोग हैं, उन्होंने कहा कि समाजवादी कुर्बानी का घर है. उन्होंने कहा कि मेरी शुभकामनाएं है कि समाजवादी सरकार बने. उन्होंने कहा कि युवा अगर यहां आकर समर्थन कर रहे हैं, तो वे पांच तारीख के कार्यक्रम में भी नजर आयें और चुनाव में भी साथ रहें. नारा लगाने वालों पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि मैं नारा लगाने वालों को जानता हूं, जब सरकार नहीं रहती है, तो वे गायब हो जाते हैं.
शिवपाल यादव ने यात्रा से पहले अपने संबोधन में कहा कि मेरी शुभकामना है कि यह यात्रा सफल हो, मैं अखिलेश को भी इस यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि चुनाव में हमारी पार्टी जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी आज जिस मुकाम तक पहुंच पायी है, उसमें योगदान हमारे नेताजी मुलायम सिंह यादव का है. शिवपाल और अखिलेश के संबंधों में जो तल्खी है, उसी के कारण शिवपाल ने अखिलेश का नाम अपने संबोधन में नहीं लिया और युवाओं को संदेश दिया कि वे सिर्फ जोश से नहीं होश से भी काम लें.
शिवपाल के बाद अखिलेश ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया और कहा कि मैं अपने नेताजी का आभार प्रकट करता हूं कि वे हमारी यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के लिए यहां मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि रथयात्रा के जरिये जनसमर्थन जुटाने की परंपरा नेताजी ने ही शुरू की थी और हम आज उसी परंपरा का पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने जनता के हित में काम किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता तीसरी बार इतिहास बनायेगी और हमें सरकार बनाने का काम मौका देगी. हमारी कोशिश इस यात्रा के जरिये प्रदेश के जन-जन तक पहुंचने की होगी. अखिलेश ने इस यात्रा को सफल बनाने के लिए मौजूद नौजवानों का आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि हमें कमजोर करने के लिए, तोड़ने के लिए लोगों ने साजिश की जिसके कारण हम थोड़ा डगमगाये हैं, लेकिन हम टूटेंगे नहीं. एकजुट रहेंगे और प्रदेश में दुबारा हमारी सरकार बनेगी. उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ध्यान देने वाली बात है कि आखिर देश की रक्षा करने वाले सेना के जवान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि हम सभी धर्म को एक साथ लेकर चलते हैं. हालांकि अखिलेश ने शिवपाल को मंच पर सामने लाने का काम किया, लेकिन उन्होंने अपने संबोधन में शिवपाल का नाम नहीं लिया.
अखिलेश और शिवपाल यादव के बीच विवाद की खबरों के बावजूद शिवपाल का रथयात्रा में आना यह दर्शाता है कि पार्टी प्रमुख पार्टी में और विवाद नहीं चाहते ना ही वे इस चुनावी अभियान की शुरुआत में आम लोगों के बीच यह संदेश पहुंचने देना चाहते हैं कि पार्टी में किसी भी तरह का विवाद चल रहा है. यात्रा स्थल पर उनके कुछ समर्थक आपस में भिड़ भी गये. उन्होंने एक-दूसरे पर कुर्सियां चलायीं और हाथापाई की.
Mulayam Singh Yadav & Shivpal Yadav reach the venue of “Vikas Rath Yatra” function in Lucknow pic.twitter.com/JxLJ4rlQMg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 3, 2016
UP CM Akhilesh Yadav reaches the venue of “Vikas Rath Yatra” function in Lucknow pic.twitter.com/aOm9lurBTQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 3, 2016