लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने आज आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी सपा जानबूझकर ‘नोटबंदी’ के अभियान को बदनाम करने में लगी है. भाजपा के मुख्य प्रवक्ता हृदय नारायण दीक्षित ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘बैंकों या एटीएम की कतार में लगी जनता की पिटाई ना हो, यह सुनिश्चित करना सपा सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि सपा पहले से अभियान को बदनाम करने में लगी है.” उनसे कतारों में खड़ी जनता की परेशानी, उन पर हो रहे पुलिसिया लाठीचार्ज और नोट बदलने में अक्षम लोगों द्वारा आत्महत्या करने के बारे में सवाल किया गया था.
दीक्षित ने कहा, ‘‘नोटबंदी के फैसले के शुरूआती चार पांच दिन कुछ व्यावहारिक कठिनाइयां हुई थीं लेकिन वे कठिनाइयां धीरे धीरे समाप्त होती गयीं. निर्णय बड़ा था. आम जनता की तुलना में सपा और बसपा कुछ ज्यादा परेशान और व्यथित दिखायी दे रहे हैं.” सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर कुछ समस्याएं रह गयी हैं, जिन पर जल्द काबू पा लिया जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार को भी सहयोग करना चाहिए क्योंकि सपा सरकार के कार्यकाल में व्यवस्थाएं ठीक नहीं हैं. ‘‘जान बूझकर निन्दा का प्रयास किया जा रहा है.”
भाजपाप्रवक्ता ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से जो ‘आर्थिक क्रान्ति’ आयी, उससे पूरा विपक्ष शोकग्रस्त है. ‘‘ममता बनर्जी, सपा, बसपा प्रमुखमायावती के प्रति हमारी सहानुभूति है. वे अन्य कारणों से दुखी हैं. आम जनता जानती है कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के समय घोषणापत्र में काले धन को लेकर जो वायदा किया था, उसी के अनुरुप कार्रवाई की गयी है.”
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि पुराने नोट बंद करने से अच्छी खासी धनराशि बैंकों में आ रही है. तीन से साढे तीन लाख करोड़ रुपया आएगा और इससे काफी कार्य होंगे. नोटबंदी का उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव पर भी असर पड़ेगा. दीक्षित ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शासन के अर्थ बदल दिये. काला धन समाप्त होने से लोगों के जीवन में गुणात्मक सुधार आएगा. इससे समृद्ध, दिव्य और भव्य उत्तर प्रदेश एवं देश बनेगा.
उन्होंने कहा कि बाकी दल जहां चुनाव के समय प्रकट होते हैं और चुनाव के समय ही मुद्दे उठाते हैं, वहीं भाजपा व्यापक राष्ट्रहित में राष्ट्रजीवन के सभी क्षेत्रों यानी राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव की दृष्टि से साल के 365 दिन कार्य करती है. दीक्षित ने भाजपा की परिवर्तन यात्राओं के संयोजक एवं पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डाॅ. महेन्द्र सिंह की मौजूदगी में कहा कि अब तक 72 दिन भाजपा की परिवर्तन यात्राएं चली हैं और 34 जिलों को कवर किया गया है. विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो 164 क्षेत्रों में यात्राएं पहुंची है और साढ़े सात हजार किलोमीटर की दूरी तय की गयी है. यात्राओं में 133 वरिष्ठ नेताओं की भागीदारी रही है और एक हजार से ज्यादा जगहों पर स्वागत सभाएं हुईं.
उन्होंने बताया कि इस दौरान 35 से 40 लाख लोगाें के साथ संवाद स्थापित किया गया. प्रधानमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह, कलराज मिश्र सहित केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता यात्राओं में शामिल हुए हैं. दीक्षित ने सपा की विकास यात्रा पर तंज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की यात्रा 50 से 100 किलोमीटर पर ही समाप्त हो जाती है और वह घर लौट आते हैं जबकि भाजपा की बात करें तो उत्तर प्रदेश में राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव की दृष्टि से लगातार पार्टी के नेतागण यात्राओं में शामिल हो रहे हैं.
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर वह बोले कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. हर ओर अराजकता है. लूट, अपहरण, बलात्कार और डकैती की घटनाएं चरम पर हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कल प्रधानमंत्री से मुलाकात कहीं किसी गठजोड़ का संकेत तो नहीं, इस सवाल पर दीक्षित ने कहा कि कोई राजनीतिक बात है या अन्य कोई बात, इसका बेहतर जवाब मुख्यमंत्री ही दे सकते हैं.