मायावती ने भाजपा के खाते में डलवाये थे बसपा के वोट : अखिलेश यादव

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती पर आरोप लगाया कि उन्होंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के वोट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में डलवाए थे. उन्होंने कहा कि वह अपने इस दावे को साबित कर सकते हैं. मुख्यमंत्री ने राज्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2016 4:51 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती पर आरोप लगाया कि उन्होंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के वोट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में डलवाए थे. उन्होंने कहा कि वह अपने इस दावे को साबित कर सकते हैं.

मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में इस सवाल पर कि जब प्रदेश में सपा की सरकार होती है तो भाजपा की सीटें बढ़ जाती हैं, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वे इसलिए बढ़ जाती हैं क्योंकि बहुजन समाज पार्टी अपना पूरा वोट भाजपा को ट्रांसफर (अंतरित) कर देती हैं. वोट बूथ पर दिखायी देता है. हम साबित करके बता देंगे कि पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा का वोट भाजपा में ट्रांसफर हुआ था.’

उन्होंने कहा, ‘‘बसपा ने पूरा वोट भाजपा में ट्रांसफर कर दिया. इसी वजह से बसपा रह गयी शून्य पर और भाजपा जीत गयी. उन्हें (मायावती) सोचना चाहिए, विचार करना चाहिए कि प्रदेश के लिए क्या काम किया. मैं कहता हूं कि हमसे उस पार्टी (बसपा) के बारे में ज्यादा सवाल ना किया करें, क्योंकि वह विकास की दुश्मन पार्टी है.’ मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब बसपा मुखिया मायावती खासकर मुसलमानों को अपने पाले में लाने की पुरजोर कोशिश कर रही हैं.

इस बीच, बसपा प्रमुख मायावती ने अखिलेश को जवाब देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में बसपा ने नहीं, बल्कि सपा ने अपना वोट भाजपा के खाते में डलवाया था. उन्होंने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि लोकसभा चुनाव में बसपा ने नहीं, बल्कि सपा ने अपना वोट भाजपा को दिलवाया था. इसी खास वजह से अब सपा की स्थिति काफी खराब हो गयी है, इसीलिये मुख्यमंत्री बार-बार कांग्रेस से गठबन्धन करने की बात कर रहे हैं.
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में एक भी सीट ना जीत पाने के बावजूद वोट प्रतिशत के मामले में बसपा भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरे नम्बर पर है. इस लिहाज से सपा किस पायदान पर है, इस बारे में उसके नेताओं को जनता को बताना चाहिए.

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