नरेंद्र मोदी में जरा भी ईमानदारी है, तो वे भाजपा के धन का भी हिसाब दें : मायावती

नयी दिल्ली/लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर यह आरोप लगाया कि वह उनकी और बसपा की छवि खराब करने के लिएसरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने ईडी के दावों को खारिज करते हुए कहा कि बसपा ने अपने नियमों के अनुसार एकत्रित राशि को रूटीन वर्क की तरह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2016 10:42 AM

नयी दिल्ली/लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर यह आरोप लगाया कि वह उनकी और बसपा की छवि खराब करने के लिएसरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने ईडी के दावों को खारिज करते हुए कहा कि बसपा ने अपने नियमों के अनुसार एकत्रित राशि को रूटीन वर्क की तरह बैंक में जमा कराया है, इसमें कुछ नया नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा मैनेज किये गये टीवी चैनल पर बसपा द्वारा जमा की गयी राशि को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह पार्टी का पैसा है, हम पैसे को फेंक दें क्या? हमारे पास एक-एक पैसे का हिसाब है. हमने पार्टी फंड के पैसों को ईमानदारी के साथ बैंक में जमा किया है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है.

उन्होंने कहा कि यह पार्टी का पैसा है, जिसे हमने ईमानदारी के साथ बैंक में जमा कराया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर बसपा की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस दौरान अन्य पार्टियों ने भी अपने पैसे बैंक में जमा करायें है, उनकी चर्चा क्यों नहीं हो रही है. अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में थोड़ी भी ईमानदारी है, तो वे अपनी पार्टी के धन को भी उजागर करें. नोटबंदी के दस महीने पहले और उसके बाद के धन को उजागर करें.

मायावती ने कहा कि मैंने सपा-कांग्रेस गंठबंधन और भाजपा के रिश्ते पर जो कुछ कहा उससे भाजपा बौखला गयी है और बसपा की छवि खराब करने में जुट गयी है. उन्होंने अपने भाई आनंद पर लगे आरोपों पर कहा कि उन्होंने इनकम टैक्स के नियमों के अनुसार पैसे जमा किये. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं कि उन्होंने मुझपर आरोप लगाये. उनके आरोपों से मुझे फायदा होगा और प्रदेश में मेरी पार्टी की सरकार बन जायेगी.

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने कल नोटबंदी के बाद बसपा से संबंधित एक खाते में 104 करोड़ रुपये और उनके भाई आनंद के खाते में 1.43 करोड रुपये की भारी-भरकम राशि जमा कराये जाने की जानकारी दी थी. जिसके बाद आज मायावती ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस कर भाजपा और नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया.

इस मुद्दे पर बसपा ने कल कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया था, लेकिन आज मायावती ने करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने बसपा के खाते में पैसे जमा कराये जाने की जानकारी मांगी और पाया कि 102 करोड़ रुपये की राशि एक हजार के पुराने नोटों में जमा कराई गई है तथा तीन करोड रुपये की राशि 500 रुपये के पुराने नोटों में जमा करायी गई. अधिकारियों ने कहा कि वे यह जानकारी पाकर हैरान रह गए कि हर दूसरे दिन 15-17 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई गई.
प्रवर्तन निदेशालय ने यूनियन बैंक की इसी शाखा में एक और खाते के बारे में पता लगाया जिसका ताल्लुक मायावाती के भाई आनंद से है. इस खाते में 1.43 करोड़ रुपये की राशि मिले है. नोटबंदी के बाद 18.98 लाख रुपये पुराने नोटों में जमा कराए गए. एजेंसी ने बैंक से इन दोनों खातों के बारे में पूरा ब्यौरा मांगा है. समझा जा रहा है कि एजेंसी आयकर विभाग को इस बारे में लिखेगी जिसे राजनीतिक दलों को मिले चंदे और अनुदान की वैधानिकता की जांच का अधिकार हासिल है.
ईडी ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज और खाते खोलने के लिए दस्तेमाल किए गए केवाईसी दस्तावेज भी मांगे हैं. माना जा रहा है कि आनंद के खातों के संदर्भ में एजेंसी जल्द ही आनंद को नोटिस जारी करेगी और कर चोरी विरोधी कानून के तहत जांच के लिए आयकर अधिकारियों से भी कहेगी. ईडी नोटबंदी के बाद हुए हवाला और धनशोधन के मामलों की जांच के लिए 50 से अधिक शाखाओं में पड़ताल कर रही है.

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