सपा में घमासान से भाजपा-बसपा खेमे में खुशी
लखनऊ : कल सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए 325 उम्मीदवारों की सूची जारी किये जाने के बाद से पार्टी में एकबार फिर घमासान शुरू हो गया है. प्रत्याशियों के चयन में अखिलेश को किनारे रखकर शिवपाल के चहेतों को जगह दी गयी है. जिसके बाद अखिलेश ने कल बयान दिया […]
लखनऊ : कल सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए 325 उम्मीदवारों की सूची जारी किये जाने के बाद से पार्टी में एकबार फिर घमासान शुरू हो गया है. प्रत्याशियों के चयन में अखिलेश को किनारे रखकर शिवपाल के चहेतों को जगह दी गयी है. जिसके बाद अखिलेश ने कल बयान दिया कि वे नेताजी से मिलेंगे और काम करने वाले और जीतने वाले प्रत्याशियों को टिकट दिलाने पर बात करेंगे. आज अखिलेश ने विधायकों के साथ बैठक भी की. जिसके बाद वे मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव से भी मिले.
पार्टी में जारी इस जंग को देखकर भाजपा और बसपा बहुत खुश है. एक तो पार्टी में जारी विवाद का जनता पर नकारात्मक असर पड़ेगा, दूसरे मुलायम यह कह रहे हैं कि उनका किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हो रहा है. ऐसे में परिस्थितियों का फायदा भाजपा और बसपा को मिलना तय है.
भाजपा ने अभी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है और वह सपा के उन विधायकों पर नजर रखे हुई है, जिसका टिकट पार्टी ने काट दिया है. आज लखनऊ में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अधिकारियों के साथ बैठक की और चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने सपा की गतिविधि की भी पूरी जानकारी ली.
बसपा सुप्रीमो मायावती तो सपा की हर गतिविधि पर नजर रखती ही हैं, उन्होंने हालांकि अभी इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सपा के महागठबंधन बनाने पर उन्होंने कहा था कि यह भाजपा को लाभ पहुंचाने वाला फैसला है. दरअसल मायावती के लिए यह गठबंधन खतरा बन सकता है, इसलिए वे यह नहीं चाहतीं कि यह गठबंधन बने. लेकिन सपा में अगर इसी तरह रार चलता रहा, तो मायावती की झोली भरेगी इससे इनकार नहीं किया जा सकता है.