लखनऊ /नयी दिल्ली : समाजवादी पार्टी में जारी दंगल दोपहर बाद अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव की वापसी के बाद थम गया. अखिलेश और मुलायम के बीच सुलह का जिम्मा पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने उठाया और दोनों के बीच बैठक करायी. इस बैठक में यह मांग उठी कि अमर सिंह का पार्टी से निष्कासन किया जाये. इस मांग के बीच अमर सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह ने सुलह करके मेच्योर पालिटिक्स किया है. उन्होंने अपने निष्कासन पर उठी मांग के बारे में तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्होंने कहा कि रात भर का है मेहमान है, किसके रोके रूका है सवेरा, रात जितनी भी संगीन होगी, सुबह उतनी ही रंगीन होगी.
इससे पहले आज सुबह अमर सिंह ने सपा में जारी घमासान पर चुप्पी तोड़ते हुए मुलायम का समर्थन किया. उन्होंने अखिलेश को निशाना बनाते हुए कहा, पार्टी अध्यक्ष की बात ना मानना पूरी तरह से अनुशासनहीनता है. यह पूरी तरह से असंवैधानिक और गलत है. हालांकि मुलायम जी ने अपने फैसले में एक बार फिर गंभीरता दिखायी है. उन्होंने वादा किया था कि वे पार्टी और परिवार को टूटने नहीं देंगे. उन्होंने अपना वादा निभाया है.
अमर सिंह का बयान इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि अमर हमेशा मुलायम के साथ खड़े रहे. अखिलेश और उनके समर्थकों ने कई बार इशारों में अमर सिंह को इस झगड़े का कारण बताया.