मोदी की लखनऊ रैली : क्या भीड़ चुनाव में जीत की गारंटी है ?

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में पहली बार इतनी बड़ी रैली को संबोधित कर रहा हूं. लखनऊ के रमाबाई स्थल में भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन रैली थी. पीएम मोदी जब रैली को संबोधित करने पहुंचे तो भीड़ देखकर उन्होंने उपरोक्त वाक्य कहे. भारतीय जनता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2017 6:41 PM

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में पहली बार इतनी बड़ी रैली को संबोधित कर रहा हूं. लखनऊ के रमाबाई स्थल में भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन रैली थी. पीएम मोदी जब रैली को संबोधित करने पहुंचे तो भीड़ देखकर उन्होंने उपरोक्त वाक्य कहे. भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भीड़ को देखकर काफी खुश हैं.

पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, लखनऊ की जनसभा में उमडे जनसैलाब से यह साफ है कि जनता भाजपा की सरकार बनाने का मन बना चुकी है और 15साल बाद यूपी में भाजपा की सरकार बनना तय है. रैली में दिखे लोगों के उत्साह से भाजपा जीत का अनुमान लगा रही है. जबकि विपक्ष इस भीड़ को लेकर अलग ही दावे कर रहा है.

भाजपा भीड़ देखकर खुश !
भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सरीखे कई बड़े नेता थे. रैली में उपस्थित लोगों की संख्या देखकर सबके चेहरे पर खुशी थी. सभी ने अपने संबोधन में या निजी बातचीत में इस रैली में उपस्थित लोगों का जिक्र किया. हालांकि लोगों की उपस्थिति कितनी थी इसे लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं आयी लेकिन भाजपा नेताओं के अनुसार रैली में लगभग 10 साल लोग थे. पार्टी अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर भी ट्वीट करते हुए कहा कि जनसैलाब देखकर जनता के मिजाज का पता चलता है. 15साल बाद यूपी में भाजपा की सरकार बनना तय है.
* प्रधानमंत्री का दावा
प्रधानमंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों मे कह दिया कि यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी रैली है. उन्होंने कहा, इससे पहले मुख्यमंत्री औऱ अब प्रधानसेवक के रूप में कई रैलियों को संबोधित कर चुका हूं , लेकिन लखनऊ में आज आयोजित रैली में जितनी भीड़ है, उतनी बड़ी रैली को संबोधित करने का मौका नहीं मिला. मेरे जीवन की सबसे बड़ी रैली है. ऐसा जनसैलाब कभी नहीं देखा.
आज सुबह 10 बजे ही कई ट्वीट के जरिये यहां के दृश्य को खींचा गया था, उसको देखकर मैं हैरान हो गया. उन्होंने लखनऊ अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि है. इस भीड़ को देखकर उन्हें संतोष हुआ होगा. अटली जी ने इस धरती के लिए बहुत काम किया. यदि अटल जी टीवी देख रहे होंगे तो यहां की भीड़ देखकर आनंदित हो रहेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा, इतनी भीड़ देखकर मैं सोच रहा था कि मैं रैली के लिए देर तो नहीं हो रहा.
* क्या भीड़ है जीत की गारंटी
रैली में लोगों की संख्या कितनी थी इसे लेकर अबतक कोई विश्वसनीय आकड़ा सामने नहीं आया. हां इस भीड़ ने एक बार फिर पुरानी बहस को हवा दे दी है कि क्या रैली में दिखी भीड़ ही चुनाव में जीत की गारंटी है ?. पार्टी प्रदेश की मानें तो रैली में उपस्थित जन सैलाब ने यह संकेत दिये हैं जबकि यूपी में बसपा – सपा जैसी अहम पार्टियां भाजपा की रैली में उपस्थित भीड़ को हमेशा जबरन बसों और गाड़ियों में भरकर लायी भीड़ बताती रही है. मायावती ने कई बार भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि गांव से भाजपा कार्यकर्ता लोगों को गाड़ियों में लादकर लाते हैं इन्हें समर्थक नहीं कहा जा सकता. ध्यान रहे कि इसी तरह की बहस 2014 के लोकसभा चुनाव में भी शुरू हुई थी जब मोदी की सभाओं में लोगों का जनसैलाब आने लगा था.

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