साइकिल की जंग: मुलायम ने अपना दावा ठोंका, आज आयोग जाएगा अखिलेश कैंप

लखनऊ : सपा पर कब्जे की लड़ाई सोमवार को चुनाव आयोग पहुंच गयी. मुलायम सिंह यादव ने पार्टी नेताओं शिवपाल यादव, अमर सिंह और जया प्रदा के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की और खुद को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हुए कहा कि सपा के चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ पर उनका ही स्वाभाविक दावा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2017 7:26 AM

लखनऊ : सपा पर कब्जे की लड़ाई सोमवार को चुनाव आयोग पहुंच गयी. मुलायम सिंह यादव ने पार्टी नेताओं शिवपाल यादव, अमर सिंह और जया प्रदा के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की और खुद को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हुए कहा कि सपा के चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ पर उनका ही स्वाभाविक दावा बनता है. उधर, रामगोपाल यादव मंगलवार को चुनाव आयोग से मुलाकात कर साइकिल पर अपना दावा ठोकेंगे. साथ ही रविवार को सपा के विशेष अधिवेशन में लिये गये फैसले की जानकारी देंगे. मुलायम के चुनाव आयोग पहुंचने के साथ ही अब सपा की लड़ाई की गेंद आयोग के पाले में है. पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी का कहना है कि सपा में जिस तरह की लड़ाई जारी है, उससे पार्टी का चुनाव चिह्न साइकिल फ्रीज हो सकता है.

मुलायम ने आयोग से यह भी कहा कि रविवार को रामगोपाल की अगुआई में सपा का विशेष अधिवेशन संविधान के विपरीत है. मुलायम ने पत्रकारों से कहा, ‘साइकिल चिह्न हमारा है.’ मैं सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं. कोई भी व्यक्ति मुझ पर आरोप नहीं लगा सकता कि मैंने गलत किया है. मैंने ना तो कभी भ्रष्टाचार किया और ना ही किसी को धोखा दिया.’ उधर, शिवपाल यादव ने कहा कि वह आखिरी सांस तक मुलायम के साथ बने रहेंगे. शिवपाल ने ट्वीट कर कहा कि मुलायम अब भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. इसके पहले मुलायम, शिवपाल के साथ दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने अमर सिंह, अंबिका चौधरी और जया प्रदा के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय की. वह मामले को कोर्ट में ले जाने की तैयारी में भी हैं.

सपा रविवार को उस समय दो टुकडों में बंट गयी थी जब अखिलेश के नेतृत्व वाले खेमे ने अधिवेशन में मुलायम को पार्टी प्रमुख पद से हटा दिया था और अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया था. राम गोपाल द्वारा आहूत अधिवेशन में शिवपाल को पार्टी की राज्य इकाई के पद से हटा दिया गया था और अमर सिंह को पार्टी से बाहर कर दिया गया था, जिन्हें यादव कुनबे में फसाद की जड़ बताया जा रहा है. इसके बाद मुलायम ने अधिवेशन के कर्ताधर्ता रामगोपाल यादव के साथ-साथ उसमें शिरकत करने वाले पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और महासचिव नरेश अग्रवाल को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया.

अखिलेश ने कहा, नेताजी के नाम पर भी नारे लगे

सपा का नियंत्रण अपने हाथ में लेने की कोशिश करने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लखनऊ में अपने आवास में पार्टी नेताओं एवं विधायकों के साथ बैठक की. अखिलेश ने अपने करीबी विधायकों से कहा कि वह और नेता जी एक ही हैं. इसलिए जब उनके नारे लगायें तो नेताजी के भी नारे लगाएं. नेताजी के खिलाफ एक शब्द भी कोई न बोले.

पांच का अधिवेशन स्थगित किया

मुलायम सिंह यादव ने पांच जनवरी को बुलाये गये सपा के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन को स्थगित कर दिया है. शिवपाल ने पार्टी अधिवेशन अचानक स्थगित किये जाने का कोई कारण नहीं बताया, लेकिन सूत्रों के अनुसार मुलायम खेमे को राम गोपाल यादव द्वारा रविवार को आयोजित ‘अधिवेशन’ में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की तुलना में कम लोगों के अधिवेशन में शामिल होने की आशंका थी. मुलायम ने पार्टी कार्यकताओं से विधानसभा चुनाव जीतने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा. राज्य में चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है.

Next Article

Exit mobile version