स्वामी प्रसाद मौर्य चाहते हैं समर्थकों के लिए भी टिकट, भाजपा तैयार नहीं
लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती पर टिकटों की बिक्री करने और दलितों के नाम पर राजनीति करने के बावजूद उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाकर पार्टी छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य अब भाजपा से भी नाराज चल रहे हैं.सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्य यह चाहते हैं भाजपा उनके रिश्तेदारों […]
लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती पर टिकटों की बिक्री करने और दलितों के नाम पर राजनीति करने के बावजूद उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाकर पार्टी छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य अब भाजपा से भी नाराज चल रहे हैं.सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्य यह चाहते हैं भाजपा उनके रिश्तेदारों और करीबियों को वोट दे, लेकिन पार्टी इसके लिए तैयार नहीं है. मौर्य की नाराजगी तब सामने आयी, जब पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की.
स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा के कद्दावर नेता रहे हैं और उनका अपना प्रभाव है. वे पिछड़ों पर अपनी पकड़ रखते हैं. उनके भाजपा में शामिल होने के बाद उनके प्रभाव के कई नेता और समर्थक उनके साथ आये हैं, जिन्हें टिकट की उम्मीद है. मौर्य चाहते हैं कि कम से कम 30 टिकट उनके खाते में आये, ताकि उनके समर्थकों को निराशा ना हो, लेकिन भाजपा इस बात के लिए तैयार नहीं है.
ऐसे में स्वामी प्रसाद मौर्य क्या और कैसा रुख अख्तियार करेंगे, यह तो समय ही बतायेगा. मौर्य के बसपा छोड़ने पर मायावती ने प्रतिक्रिया दी थी कि अच्छा हुआ उन्होंने खुद छोड़ दी, हम तो उन्हें निकालने ही वाले थे. उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियां बहुत बढ़ गयीं थीं.