लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सबकी नजर है लेकिन सूबे के चुनावी जंग में अमेठी सीट की लड़ाई रोचक हो गयी है. यहां से भारतीय जनता पार्टी ने गरिमा सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. गरिमा सिंह को उम्मीदवार के तौर पर उतारकर भाजपा ने सारे समीकरण बिगाड़ दिये हैं. आपको बता दें कि गरिमा सिंह राज्य सभा सांसद और कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. संजय सिंह की पहली पत्नी हैं. गरिमा भाजपा के टिकट पर राजनीति में अपना डेब्यू करने जा रहीं हैं.
क्यों हो गया है मुकाबला रोचक
यहां रोचक बात यह है कि समाजवादी पार्टी ने गायत्री प्रसाद प्रजापती को यहां से प्रत्याशी बनाया है. प्रजापती यहां से सपा के सीटिंग एमएलण् हैं. ऐसे में 2017 का चुनाव दिलचस्प होता दिख रहा है. भाजपा ने प्रदेश की अति महत्वपूर्ण एवं प्रतिष्ठित विधानसभा सीट अमेठी से गरिमा सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित करके अहम चुनावी दांव खेला है. गरिमा सिंह के बेटे अनंत विक्रम सिंह पिछले कई वर्षो से क्षेत्र में भाजपा का प्रचार-प्रसार करने में लगे रहे हैं और यहां की जनता से जन सम्पर्क बनाये हुए हैं.
कांग्रेस नहीं, सपा का प्रत्याशी है अमेठी से
अमेठी सीट सपा के परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के कब्जे में है और वह भी काफी मजबूती के साथ जनता के बीच अपना प्रचार करने में लगे हुए हैं. सूबे में कांग्रेस और सपा के गठबंधन हो जाने के बाद माना जा रहा था कि अमेठी सीट कांग्रेस की झोली में जा सकती है, लेकिन सपा ने अपनी दूसरी सूची में अमेठी इस सीट पर प्रत्याशी घोषित करके कयासों पर विराम लगा दिया.
कमल को कुचलने के लिए संजय सिंह लगायेंगे पूरी ताकत
एक तरफ जहां गायत्री दोबारा जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे, जिसमें उनका साथ कांग्रेस देगी. वहीं संजय सिंह भी अपनी पहली पत्नी को हराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और सपा की साइकिल को पूरे दमखम से धक्का देंगे, ताकि वह कमल को कुचलते हुए आगे निकल जाये. ऐसे में भाजपा और सपा के बीच मुकाबला रोचक होगा, जिस पर सभी की नजर होगी. यहां उल्लेख कर दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यहां से सांसद हैं. गांधी परिवार के लिए अमेठी सीट नाक की बात है.
पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की भतीजी हैं गरिमा
गरिमा राजनीति में काफी देर बाद उतरेंगी, लेकिन राजनीति उनके रग-रग में समायी हुई है. गरिमा सिंह पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की भतीजी हैं और शाही परिवार से उनका नाता है. पति संजय सिंह के दूसरी महिला से विवाह के बाद से उनके साथ अमेठी के स्थानीय लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. गौर हो कि लंबे समय तक अमेठी से बाहर रहने के बाद गरिमा जुलाई 2014 में परिवार के भूपति भवन वापस लौटीं थीं.