बुलंदशहर : यूपी चुनाव के पहले सभी पार्टियां सूबे में रैलियां कर रहीं हैं. इसी क्रम में आज बसपा सुप्रीमों ने बुलंदशहर में रैली को संबोधित किया और विरोधी पार्टियों पर जोरदार हमला किया. उन्होंने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण जनता को दिक्कत हुई है. यही कारण है कि भाजपा को सूबे में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं मिल रहा है. नोटबंदी को उल्लेख करते हुए मायावती ने कहा कि अचानक से 1000 और 500 के नोट बंद कर दिए गए जिससे लोगों को परेशानी हुई. नोट बंदी का कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा है.
आगे भाजपा पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि लोकसभा के चुनाव के दौरान किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं. भाजपा के सारे वादे हवा-हवाई हो गए. सारे वादे भाजपा के जुमले साबित हो रहे हैं. मोदी सरकार अमीरों और धन्ना सेठों की सरकार है. यह सरकार इन्हें हरसंभव फायदा पहुंचाने में लगी हुई है, लेकिन जनता इन्हें पहचान चुकी है और विधानसभा चुनाव में सबक सिखायेगी.
रैली में अपने भाषण के दौरान मायावती ने कांग्रेस और सपा पर भी प्रहार किया. उन्होंने कहा कि सपा के 5 सालों में सूबे की कानून व्यवस्था खराब हो गई है. सपा सरकार कानून व्यवस्था के मामले में नाकाम साबित हुई है. उसने सेक्यूलर कहे जाने वाले कांग्रेस से गठबंधन किया, जिसे जनता पहले ही नकार चुकी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने करीब 54 साल तक केंद्र में और 37 साल तक यूपी में शासन किया, लेकिन अब जनता उन्हें नकार चुकी है. यही कारण है कि वह सत्ता से बेदखल है.
बसपा को वोट देने के लिए प्रेरित करते हुए मायावती ने कहा कि सभी पार्टियों को जनता पहचान चुकी है. अब जनता तय करे कि वह बसपा के साफ चेहरे को वोट देगी या विरोधी पार्टियों केदागी चेहरों को. मुलायम सिंह यादव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पुत्र मोह में मुलायम ने अपने भाई को बदनाम करने का काम किया है. अपने भाषण में मायावती ने दादरी, मुजफ्फरपुर जैसी घटनाओं का भी उल्लेख किया.
अपने भाषण में उन्होंने ओपिनियन पोल पर भी सवाल खड़े किये और कहा कि ऐसे सर्वे पैसे देकर करवाये जाते हैं. पार्टियां ओपिनियन पोल करवाने के लिए पैसे देती है और उसका रिजल्ट अपने पक्ष में करवाती है, लेकिन वोटों की गिनती के बाद यानी 11 मार्च के बाद साफ हो जाएगा कि जनता ने किसे नकारा है और किसे अपना बहुमूल्य वोट दिया है. मतों की गिनती के बाद सारे ओपिनियन पोल फेल हो जाएगा और सूबे में बसपा की सरकार बनेगी. मायावती ने कहा कि बसपा की सरकार के आने के बाद सपा के गुंडों को जेलों में डाल दिया जाएगा.
अपने भाषण में मायावती ने आरएसएस के आरक्षण का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यदि भाजपा सत्ता में आएगी तो आरक्षण खत्म करने का प्रयास करेगी. इसलिए जनता मतदान सोच समझकर करे.