लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कानून की धज्जियां उड़ायीं, वे ही आज सूबे की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं और भ्रष्टाचार की बात करने वाली बसपा मुखिया मायावती के ऐसे बोल खुद में एक अजूबा हैं.
अखिलेश ने एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम ‘चुनाव मंच’ में कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर अपनी सरकार की विफलता के विपक्षियों के आरोपों से जुडे सवाल पर कहा ‘‘भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) को देख लीजिये, उन्होंने कानून-व्यवस्था पर कितनी कृपा की. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष (केशव मौर्या) भी ऐसे ही हैं. वे खुद पर पर लगी धाराओं के बारे में लोगों को क्यों नहीं बताते. जिन्होंने खुद कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई हों, वे ही कानून-व्यवस्था की बात कर रहे हैं.”
प्रदेश में गुंडाराज होने के बसपा और भाजपा के आरोपों को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत भाजपा शासित तमाम राज्यों के आंकड़े भी सामने रखें. केंद्र में भाजपा की सरकार है. उसने नीति आयोग बनने के बाद पुलिस आधुनिकीकरण के लिए फंड खत्म कर दिया. प्रदेश में पुलिस में सबसे ज्यादा भर्ती और प्रोन्नति किसी ने की है तो वह सपा ही है.
बसपा अध्यक्ष मायावती द्वारा प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जाने के बारे में अखिलेश ने कहा ‘‘मैं तो मानता हूं कि ताजमहल अजूबा है. अगर पत्थर वाली सरकार की नेता (मायावती) भ्रष्टाचार के बारे में कहें तो वह भी अजूबा है.” अपने पिता मुलायम सिंह यादव को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाये जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि उन्होंने अपने पिता के साथ विश्वासघात नहीं किया। सपा आज भी नेताजी (मुलायम) की पार्टी है. वह सर्वोपरि हैं. पिता पुत्र का सम्बन्ध बदल नहीं सकता. उन्होंने जो भी किया वह सपा को तथा उसकी विचारधारा को बचाने के लिये जरुरी था.