यूपी चुनाव : कांग्रेस ने जारी किया घोषणापत्र, पारदर्शी, ईमानदार सरकार देने का वादा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन करके विधानसभा चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने आज अपना घोषणापत्र जारी किया. ‘साझा सरकार’ के आह्वान वाले इस घोषणापत्र में पारदर्शी, ईमानदार और पूर्णत: जवाबदेह सरकार देने के वादे किये गये हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन करके विधानसभा चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने आज अपना घोषणापत्र जारी किया. ‘साझा सरकार’ के आह्वान वाले इस घोषणापत्र में पारदर्शी, ईमानदार और पूर्णत: जवाबदेह सरकार देने के वादे किये गये हैं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने यहां पार्टी का घोषणापत्र जारी किया. इसमें केंद्र की पूर्ववर्ती कांग्रेसनीत संप्रग सरकार तथा प्रदेश की मौजूदा अखिलेश यादव सरकार की योजनाओं को विस्तार देने समेत अनेक वादे किये गये हैं.
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में राज्य में कम से कम 150 दिन के रोजगार गारंटी कानून को लागू करने, उत्तर प्रदेश कौशल और रोजगार मिशन शुरू करके अगले पांच साल में कम से कम 50 लाख युवाओं को रोजगार दिलाने, रोजगार सृजन के मकसद से उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिये मुख्यमंत्री कार्यालय के अधीन एक अलग प्रकोष्ठ बनाने, राज्य की सपा सरकार द्वारा लागू ‘शिक्षा मित्र’ की अवधारणा को विस्तार देने के लिये कदम उठाने का वादा किया गया है.
इसके अलावा प्रदेश भर में छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन, मुफ्त लैपटाप और साइकिल वितरण के समाजवादी सरकार के कार्यक्रमों को विस्तार देने का वादा भी किया गया है. कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर कांग्रेस ने नफरत फैलाने वाले लोगों के खिलाफ एक नया कानून बनाने, पुलिस में व्यापक सुधार शुरू करने, पुलिस उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई के लिये ‘पुलिस लोकपाल’ की नियुक्ति करने और बड़े पैमाने पर जेल सुधार के कार्य शुरू करने के वादे किये हैं.
इसके अलावा पंचायत चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने, कन्या सशक्तिकरण योजना शुरू करने, गरीब तबकों को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिये हर विकास खण्ड में एक ‘विविधता आयोग’ बनाने और एक विकास मित्र की नियुक्ति करने का वादा भी किया गया है.
‘यूपी में साझा सरकार’ का आह्वान करने वाली कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में हर विकास खण्ड में जवाहर नवोदय विद्यालयों की तर्ज पर आवासीय स्कूल खोलने और हर जिले में दलित छात्रावासों में सुविधाएं सुधारने, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों तथा अन्य पिछडा वर्ग के लिये आरक्षित रिक्त पदों पर भर्ती के लिये विशेष प्रकोष्ठ बनाने, अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं और महिलाओं के स्वरोजगार के लिये रियायत दरों पर दो लाख रपये तक का कर्ज देने के मकसद से एक उद्यमिता कोष बनाने का वादा किया है.
पार्टी का कहना है कि अगर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनी तो ‘अम्बेडकर आरोग्यश्री’ के जरिये दलितों तथा पिछड़े वर्ग के परिवारों को सरकारी तथा निजी अस्पतालों में दो लाख रपये तक की चिकित्सा सुविधा दी जाएगी. इसके अलावा सौर, पवन तथा बायोगैस संयंत्रों से बनी उर्जा का प्रयोग करके शत-प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराये जाएंगे.
कांग्रेस ने यह भी वादा किया है कि कांवडियों द्वारा पारम्परिक रुप से इस्तेमाल किये जाने वाले रास्तों के साथ ‘आस्था पथ’ नाम से विशेष समानान्तर सडकों का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा प्रवेश कर को पूरी तरह से खत्म करने और अन्य करों को युक्तिसंगत बनाया जाएगा. साथ ही गोरखपुर और रायबरेली के अलावा वाराणसी तथा लखनऊ में भी एम्स की स्थापना की जाएगी.
घोषणापत्र में कहा गया है कि कांग्रेस पूर्व में प्रचार के दौरान किसानों से किये गये वादे ‘कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ’ को हर हाल में पूरा करेगी. साथ ही दस्तकारों के बिजली बिल भी आधे किये जाएंगे. इसके अलावा पार्टी पारम्परिक औद्योगिक क्लस्टरों को बढ़ावा देकर प्रदेश में 40 से अधिक क्लस्टरों के आधुनिकीकरण तथा निर्माण का प्रयास किया जाएगा.
कांग्रेस ने प्रदेश के हर विकास खण्ड में ‘स्पोर्ट्स क्लब’ की स्थापना करने, केंद्र की पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण अधिनियम को पूरे उत्तर प्रदेश में अक्षरश: लागू करवाने, वाराणसी की बुनकर बस्तियों, भदोही के कालीन उद्योग क्षेत्र, लखनऊ चिकन कारीगरी क्षेत्र तथा मलीहाबादी आम जोन के लिये विशेष विकास प्राधिकरण की स्थापना सुनिश्चित की जाएगी. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में एक विश्व स्तरीय नाइट सफारी की स्थापना भी की जाएगी.