यूपी चुनाव में जुबानी जंग तेज: सोमवार को रहा ”नामकरण पॉलिटिक्स” का दिन

उरई (जालौन) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा, बसपा और कांग्रेस को एक ही थैली के ‘चट्टे बट्टे’ बताते हुए बुंदेलखंड की बदहाली के लिए इन्हीं तीनों को जिम्मेदार ठहराया है. सोमवार को यहां आयोजित चुनावी सभा में मोदी ने बसपा का नया नाम दिया. कहा, बहुजन समाज पार्टी ‘बहनजी संपत्ति पार्टी’ बन गयी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2017 8:57 AM

उरई (जालौन) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा, बसपा और कांग्रेस को एक ही थैली के ‘चट्टे बट्टे’ बताते हुए बुंदेलखंड की बदहाली के लिए इन्हीं तीनों को जिम्मेदार ठहराया है. सोमवार को यहां आयोजित चुनावी सभा में मोदी ने बसपा का नया नाम दिया. कहा, बहुजन समाज पार्टी ‘बहनजी संपत्ति पार्टी’ बन गयी है. बुंदेलखंड के लोग यह बताएं कि जो अपने लिए धन जमा करते हैं, वे आपकी समस्या का कभी समाधान करेंगे क्या? बुंदेलखंड के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव एक बहुत बड़ा फैसला है. उसे तय करना है कि सपा, बसपा के चक्कर से निकलना है कि नहीं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी तो मुख्यमंत्री कार्यालय के अधीन एक स्वतंत्र बुंदेलखंड विकास बोर्ड बनाया जायेगा. साथ ही क्षेत्र में फल-फूल रहे अवैध खनन पर सैटेलाइट के जरिये निगरानी करके ना सिर्फ रोक लगायी जायेगी, बल्कि इस कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. 70 साल में बुंदेलखंड की जो बरबादी हुई है, उसे पांच साल में ठीक करना है, बुंदेलखंडको गड्ढे से बाहर निकालना है तो दिल्ली के साथ-साथ प्रदेश में भी ‘भाजपा का इंजन’ लगाना होगा.

प्रधानमंत्री ने मायावती पर हमले जारी रखते हुए कहा ‘नोटबंदी के बाद जब रातों रात बैंकों में दनादन पैसे जमा होने लगे तो वह (मायावती) चिल्लाने लगे कि चुनाव आता है, तभी मेरे भाई का हिसाब क्यों खोला जाता है. बसपा ने 100 करोड़ रुपये बैंक में जमा किये, तो उसकी चर्चा क्यों हो रही है. अरे बहनजी, आपने नोटबंदी के बाद जमा किया, इसलिए चर्चा हो रही है.’

मोदी ने अपनी ‘स्कैम’ संबंधी टिप्पणी का एक बार फिर जिक्र किया कि भाजपा की लड़ाई स्कैम के खिलाफ है. अंग्रेजी के शब्द स्कैम में चार अक्षर होते हैं. एस- समाजवादी, सी-कांग्रेस, ए-अखिलेश, एम-मायावती. इस देश में घोटालों में भी ईमानदारी और सेवा का भाव देखने वाले एक नेता ने कहा कि स्कैम सेवा है. इस चुनाव में जनता के पास स्कैम को प्रदेश से पूरी तरह निकालने का मौका है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राथमिक स्कूल में प्रवेश के मामले में उत्तर प्रदेश का नाम देश के पहले 20 राज्यों में शामिल नहीं है. प्रतिव्यक्ति आय के मामले में भी देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश पहले 20 राज्यों में शामिल नहीं है. उसका कारण, यहां पर भ्रष्टाचार और कुशासन का होना है. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश में तीन चरणों के चुनाव से साफ हो गया है कि राज्य में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी.

काम बोलता, तो हाइकोर्ट को क्यों बोलना पड़ता

इलाहाबाद : फूलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए एक बार फिर सपा-कांग्रेस गंठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने यूपी को विकास के सभी मापदंडों में पिछड़ा बताते हुए गुंडागर्दी में नंबर वन बताया. उन्होंने कहा, ‘मैंने ऐसी सरकार कभी नहीं देखी, जो जनता के प्रति जिम्मेवार ना हो, नीयत साफ ना हो. अखिलेश जी, यदि आपका काम बोलता होता तो इलाहाबाद हाइकोर्ट को क्यों बोलना पड़ता? आये दिन कोर्ट जो कहता है उससे पता चलता है कि आपका काम बोलता है कि कारनामा. हिंदुस्तान में ऐसी कोई दूसरी सरकार नहीं जिसे हर सप्ताह कोर्ट से डांट पड़ती हो.’

नरेंद्र दामोदरदास मोदी यानी ‘नेगेटिव दलित मैन’

सुलतानपुर : बसपा अध्यक्ष मायावती ने बसपा को ‘बहनजी संपत्ति पार्टी’ करार देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘नेगेटिव दलित मैन’ बताया और कहा कि मोदी को दलितों द्वारा थोड़े-थोड़े आर्थिक सहयोग से अपने आंदोलन को बढ़ाया जाना अखर रहा है. मायावती ने सोमवार को सुलतानपुर में आयोजित चुनावी सभा में कहा ‘मोदी पूरे प्रदेश में बसपा के बढ़ते जनाधार को देख कर इतने दुखी हैं कि वह उसकी परिभाषा को गलत तरीके से बता कर जनता को गुमराह कर रहे हैं. मोदी जुमलेबाजी करने में माहिर हैं. उन्हें जवाब जैसे को तैसा मिलेगा तो जुमलेबाजी करना भूल जायेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘मैं जुमलेबाजी करने में मोदी से दो कदम आगे हूं. देश के प्रधानमंत्री का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है. नरेंद्र का मतलब होता है नेगेटिव, दामोदरदास का मतलब होता है दलित और मोदी का मतलब होता है मैन. ही इज नेगेटिव दलित मैन.’

इसके बाद उन्होंने कहा,‘अपने देश का जो प्रधानमंत्री है वह दलित विरोधी आदमी है. इसके नाम से ही जाहिर हो जाता है.’ मायावती ने कहा कि मोदी को यह मालूम नहीं है कि बसपा एक राजनीतिक दल बाद में है, एक आंदोलन पहले है. खुद उन्होंने दलित और कमजोर वर्ग के लोगों, मुसलिमों, गरीबों को पैरों पर खड़ा करने के लिए पूरी जिंदगी समर्पित कर दी. नोटबंदी के बाद बसपा के खाते में जो 100 करोड़ रुपये जमा कराये गये थे, वे पूरे देश के दबे-कुचले लोगों द्वारा दिया गया सदस्यता शुल्क था.

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